Hardoi News: ग्राम प्रधानों ने कर दिया एक और घोटाला, गांवों में खंभों से ज़्यादा लगा दी स्ट्रीट लाइट
Hardoi News: गांव को मिलने वाला सरकारी धन ग्राम प्रधानों व सचिवों की जेब भरने का काम कर रहा है। लगातार ग्राम प्रधानों की करतूतें सामने आती रहती हैं।;
Hardoi News: गांव को मिलने वाला सरकारी धन ग्राम प्रधानों व सचिवों की जेब भरने का काम कर रहा है। लगातार ग्राम प्रधानों की करतूतें सामने आती रहती हैं साथ ही सरकारी जिम्मेदार भी इन ग्राम प्रधानों का भ्रष्टाचार में जमकर साथ देते हैं। शासन की ओर से ग्राम प्रधानों को गांव के विकास के लिए दी जाने वाली धन राशि ज्यादातर कागजों में ही पूरी हो जाती है। धरातल पर गांव में विकास नजर नहीं आता है। ग्राम प्रधान व सचिव मिलकर गांव का विकास कागजों में ही पूरा कर देते हैं और जिला प्रशासन को विकास का लेखाजोखा सौंप देते हैं। मामले का खुलासा तब होता है जब गांव में कराए गए विकास कार्यों का ऑडिट होता है।
ऐसा ही एक मामले का खुलासा हरदोई में हुआ है। गाँव में जितने खंभे नहीं है उससे कहीं ज्यादा स्ट्रीट लाइट पर रुपए खर्च किए गए हैं। गांव में ग्राम प्रधान व सचिव की मिली भगत से स्ट्रीट लाइटों पर लाखों रुपए खर्च किए गए। गांव में जितने खंभे नहीं है उससे कहीं ज्यादा स्ट्रीट लाइट को लगाया गया। बताया गया है कि गाँव के जिम्मेदारों ने अपनी कमी छुपाने के लिए न ही कोई सत्यापन कराया है और न ही स्ट्रीट लाइट को लगाने की कोई फोटो जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई है। ऐसे में ग्राम प्रधानों ने सचिन के साथ मिलकर लाखों रुपए अपनी जेब में भरने का काम किया है। मामले का खुलासा होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से पूर्व प्रधानों और सचिवों के विरुद्ध रिकवरी के आदेश जारी कर दिये है।
लाखों रुपए डकार गए ज़िम्मेदार
हरदोई जनपद के हरियावा विकासखंड के टोलवा आट ग्राम पंचायत में 2015 से 2018 तक 10 लाख 80 हज़ार की स्ट्रीट लाइट लगा दी गई है इस गांव में जब जांच की गई तो पाया गया कि ग्राम पंचायत में इतने तो खंबे ही नहीं है जितनी स्ट्रीट लाइट लगा दी गई है साथ ही पुरानी व खराब स्ट्रीट लाइटों को जमा ना कराया गया ना उनकी नीलामी किए जाने, लाइटों को लगाए जाने के स्थान का उल्लेख भी नहीं हुआ है साथ ही लाइट ख़रीदने के लिए निर्धारित टेंडर प्रक्रिया का भी जिम्मेदारों ने पालन नहीं किया और ना ही लाइट रजिस्टर को बनाया। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से इसे अनिमीयता माना है।
जिला प्रशासन की ओर से टोलवा आट के तत्कालीन ग्राम प्रधान मीना वर्मा व सचिव राजीव वर्मा के विरुद्ध वसूली का नोटिस जारी किया है। इसी विकासखंड के पिपरी नेवादा ग्राम पंचायत में भी इसी तरह का मामला सामने आया जहां तत्कालीन ग्राम प्रधान ने सचिन के साथ मिलकर 5 लाख 20 हज़ार की स्ट्रीट लाइटों को लगाना दिखाया था जिस पर प्रधान मोहित कुमार सिंह व सचिव राजीव वर्मा पर ग़बन का आरोप लगा है।इसी विकासखंड के कल्यानी ग्राम पंचायत में 2017 से 18 में ढाई लाख रुपए की स्ट्रीट लाइट लगा दी गई।इन स्ट्रीट लाइटों को लगाने में भी अनियमियतता सामने आई है।ग्राम प्रधान नगरेश पाल व सचिव वीरेंद्र वर्मा से भी रिकवरी के आदेश जारी हुए हैं।
जाफरपुर ग्राम पंचायत में प्रधान व सचिव ने 1 साल में 4 लाख 35000 की स्ट्रीट लाइट गांव में लगा दी पर इनका ब्योरा देने में वह भी फेल हो गए।तत्कालीन ग्राम प्रधान दिनेश व सचिव संजय व आकाश पाल के विरुद्ध भी जिला प्रशासन ने रिकवरी नोटिस जारी कर दी है। हरदोई जनपद की दूसरे विकासखंड बावन में भी इसी तरह का मामला सामने आया है जहां मत्तीपुर ग्राम पंचायत में 2018 से 2019 में कागजों पर 1 लाख 76000 की स्ट्रीट लाइट लगाने पर प्रधान सत्येंद्र प्रताप सिंह व सचिव अजय मिश्रा से वसूली के निर्देश जारी हुए हैं इसके साथ जनपद में कई ऐसी और ग्राम पंचायतें हैं जहां स्ट्रीट लाइट लगाने में अनियमितता पाई गई है उनको नोटिस जारी किए गए हैं सभी प्रधान तत्कालीन प्रधान व सचिवों से रिकवरी के आदेश जारी किए गए हैं।