हाथरस से बड़ी खबर: सीबीआई की टीम करेगी जांच, गैंगरेप-हत्या में दर्ज मामला

सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 14 सितंबर को आरोप लगाया था कि आरोपियों ने बाजरे के खेत में उसकी बहन का गला घोंटने की कोशिश की।

Update: 2020-10-11 09:52 GMT
पश्चिम बंगाल के 6 अफसरों, जिसमें एक डीआईजी भी शामिल हैं, उन्हें समन किया है। डीआईजी के अलावा दो असिस्टेंट कमांडेंट, एक डिप्टी कमांडेंट को बुलाया गया है।

लखनऊ: यूपी के बहुचर्चित हाथरस मामलें में सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने रविवार को गैंगरेप की धारा 376 डी, हत्या का प्रयास की धारा 307, हत्या की धारा 302 तथा एसी-एसटी एक्ट की धारा 3 के तहत केवल मुख्य आरोपी संदीप के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस पूरे मामलें की जांच सीबीआई लखनऊ की गाजियाबाद टीम को सौंपी गई है। सीबीआई ने जांच शुरू करने के लिए पुलिस से जांच के सभी दस्तावेज व अब तक की गई जांच की डिटेल मांगी है।

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शनिवार को सीबीआई ने टेकओवर कर लिया

शनिवार को सीबीआई ने टेकओवर कर लिया। इस बीच, सीबीआई ने रविवार को मुख्य आरोपी संदीप के खिलाफ धारा 307, 376 डी, 302, एससीध्एसटी ऐक्ट की धारा 3 केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच लखनऊ यूनिट की गाजियाबाद की टीम करेगी। सीबीआई ने पुलिस से सभी दस्तावेज मांगे हैं। 3 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने हाथरस में पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। इसके बाद सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी।

सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने कहा कि शिकायतकर्ता ने 14 सितंबर को आरोप लगाया था कि आरोपियों ने बाजरे के खेत में उसकी बहन का गला घोंटने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि यूपी सरकार की सिफारिश और भारत सरकार द्वारा अधिसूचना जारी किए जाने के बाद अब सीबीआई ने इस मामलें को दर्ज कर लिया है और इसकी जांच के लिए एक टीम का गठन भी कर दिया गया है।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में इस मामलें की सुनवाई करेगा

इधर, सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में इस मामलें की सुनवाई करेगा। स्वतः संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय ने इस मामलें में यूपी सरकार के आला अधिकारियों समेत हाथरस के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को भी तलब किया है। उच्च न्यायालय में सरकार की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद शाही पैरवी करेंगे।

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न्यायालय में होने वाली सुनवाई में गवाही देने के लिए पीड़िता के परिवार के पांच सदस्यों को भी कड़ी सुरक्षा में लखनऊ लाया जा रहा है। परिवार के हर सदस्य और गवाहों की सुरक्षा के लिए 2-2 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। परिवार की महिला सदस्यों के लिए महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। परिवार की मुलाकात भी आज ही शाम तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कराए जाने की भी चर्चा है, लेकिन इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

मनीष श्रीवास्तव

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