Hathras Stampede Update : पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन, आयोजक समिति के छह लोग 6 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी पर एक लाख का इनाम

हाथरस हादसे मामले में पुलिस ने मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। पुलिस जल्द ही कोर्ट से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाएगी।

Update: 2024-07-04 10:57 GMT

Hathras Stampede Update : हाथरस हादसा मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अब तक इस घटना में पुलिस ने पूछताछ के बाद आयोजन समिति से जुड़े छह सेवादारों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि इस घटना के मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की है। पुलिस जल्द ही कोर्ट से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाएगी। गिरफ्तार लोगों में उपेंद्र, मंजू यादव, मुकेश कुमार शामिल हैं।

घटना पर अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने कहा कि 'भोले बाबा' के फॉलोअर्स हर शहर में हैं, ऐसे में जोन स्तर पर सभी जिलों में एसओजी की टीमों को आरोपियों के चिह्नीकरण व गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है। साथ ही मौके से मिले साक्ष्यों को विवेचना का हिस्सा बनाया जा रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो 'भोले बाबा' से पूछताछ की जाएगी। बाबा का रोल सामने आया, तो उसके खिलाफ करवाई की जाएगी। हालांकि, एफआईआर में भोले बाबा का नाम नहीं है। लेकिन हम सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के आपराधिक इतिहास की जानकारी ले रहे हैं। बाबा ने नौकरी से वीआरएस लिया था, न्यायिक आयोग इसमें प्रशासनिक लापरवाही की जांच करेगा। उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी।

सभी शवों की पहचान हो गई - आईजी शलभ माथुर

आईजी शलभ माथुर ने बताया कि मृतकों की संख्या 121 है। सभी शवों की पहचान हो गई है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी हो गई है। आईजी शलभ माथुर ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामला दर्ज़ किया गया है। आईजी ने कहा कि हम इस बात की भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के चलते हुई है। आईजी ने कहा कि आयोजकों ने पहले भीड़ को रोक लिया था, फिर एक दम लोगों को छोड़ने से यह हादसा हुआ। महिलाएं और बच्चे एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। चरणरज के लिए भीड़ बाबा की गाड़ी के पास थी।

पैनल दो महीने में सौंपेगा अपनी जांच रिपोर्ट 

वहीं जिला मजिस्ट्रेट आशीष कुमार ने कहा कि भगदड़ के बाद 21 शवों को आगरा, 28 को एटा, 34 को हाथरस और 38 को अलीगढ़ ले जाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को हाथरस त्रासदी की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि भगदड़ के पीछे कोई साजिश थी। पैनल दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा। पुलिस ने हाथरस के फुलहारी गांव के पास 'सत्संग' के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें उन पर 2.5 लाख लोगों को कार्यक्रम स्थल पर ठूंसने का आरोप लगाया गया है, जबकि उन्हें केवल 80,000 लोगों की अनुमति मिली थी।

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