UP में इन लोगों को ज्यादा है कोरोना का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने दी जानकारी
प्रदेश में कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा उन लोगों को हो रहा है, जो अन्य बीमारियों से भी ग्रसित है। इसके साथ ही 51 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को भी कोरोना संक्रमण के प्रति ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता है
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमण सबसे ज्यादा उन लोगों को हो रहा है, जो अन्य बीमारियों से भी ग्रसित है। इसके साथ ही 51 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को भी कोरोना संक्रमण के प्रति ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता है, इनमें भी कोरोना संक्रमण की दर अन्य आयु वर्ग के मुकाबले अधिक है।
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इन लोगों में कोरोना संक्रमण की दर 83 प्रतिशत
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि ऐसे लोग जो अन्य बीमारियों से भी ग्रसित है, उनमें कोरोना संक्रमण की दर 83 प्रतिशत है। 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण की दर 6 प्रतिशत तथा मृत्यु दर 32.6 प्रतिशत है।
इन्हें अधिक सावधान रहने की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि 51-60 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। इस आयु वर्ग के लोगों में संक्रमण की दर 8.8 प्रतिशत है, वहीं मृत्यु दर 31.5 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि अधिक उम्र के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है।
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प्रमुख सचिव ने बताया कि कल 10,563 सैम्पल की कोरोना जांच की गयी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 3553 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। अब तक 5439 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। आइसोलेशन वार्ड में 3579 मरीजों को जबकि 7895 मरीजों को फैसलिटी क्वारंटीन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कल 987 पूल टेस्ट किये गयेे, जिसमें से 888 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 99 पूल 10-10 सैम्पल के थेे। पूल टेस्ट में 161 पूल पाॅजीटिव पाये गये।
प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों व श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों व श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 12,39,380 कामगारों व श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, जिनमें से 80,960 लोगों के सैम्पल लेकर जांच की गई। जांच में 2583 लोग पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,04,613 सर्विलांस टीम द्वारा 80,98,156 घरों के 4,11,54,707 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।
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