हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ ने कहा शिशु का पहला घर उसकी मां का गर्भ है

कहते हैं कि शिशु के जीवनकाल का प्रारंभ मां के गर्भ से ही हो जाता है। मां की सेहद का शिशु पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यानि शिशु का पहला घर मां का गर्भ

Update:2017-10-04 13:09 IST

लखनऊ: कहते हैं कि शिशु के जीवनकाल का प्रारंभ मां के गर्भ से ही हो जाता है। मां की सेहद का शिशु पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यानि शिशु का पहला घर मां का गर्भ है जिसमें बच्चा 9 महीने तक रहता है। इसके बाद जाकर शिशु पर बाहरी जीवन का असर होता है। इसलिए मां के गर्भ से लेकर बाहर का जीवन बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसी सिद्धांत पर यूपी के हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह काम कर रहे हैं।

वह बुधवार(4 अक्टूबर) को राजधानी के एसजीपीजीआई में न्यूट्रीशियन स्टेस्स रिपोर्ट ऑफ मदर इन चाइल्ड कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। उनके साथ परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा भी मौजूंद थीं।

इस मौके पर हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि बच्चे का पहला घर उसकी मां का गर्भ होता है। इसलिए यूपी में जल्दी ही ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिसमें गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर सरकार की सीधी नजर रहेगी। इसके अलावा नीति आयोग द्वारा ऐसे प्रस्ताव पर कार्य किया जा रहा है जिसमें बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी स्थिति को लेकर बेहतर कदम उठाया जा सके।

जल्द ही प्रदेश में सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है कि योगी सरकार में लोगों के हेल्थ पर विशेष नजर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हैं। इसके अलावा सरकार आने वाले एक-दो सालों में प्रदेश में ऐसी व्यवस्था लागू करने वाली है जिससे कि स्वास्थ्य विभाग में काफी सुधार हो जाएगा।

बच्चों के हेल्थ रिपोर्ट को तैयार कर रही है सरकार

प्रदेश के सभी अस्पतालों में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर आने वाले दिनों में कार्य किया जाएगा। इसके तहत सभी जिलों के अस्पतालों को यह निर्देश दिया जाएगा कि महीनेभर में आने वाले शिशुओं व गर्भवती महिलाओं का आंकड़ा जुटाकर सरकार को भेजा जाए।

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