Hardoi News: हरदोई में निकली ऐतिहासिक राम बारात, 50 से अधिक झांकियां देख श्रद्धालु हुए मंत्र मुग्ध
Hardoi News: राम बारात में 50 से अधिक मनमोहक झाकियाँ व लगभग एक दर्जन फूलो से सजे रथों पर भगवान की भेषभूषा धारण किए बच्चों को रथ पार बैठाया गया था।;
हरदोई: निकली ऐतिहासिक राम बारात, 50 से अधिक झांकियां देख श्रद्धालु हुए मंत्र मुग्ध
Hardoi News: हरदोई में ऐतिहासिक राम लीला का आयोजन शहर के नुमाइश मैदान में किया जा रहा है। हरदोई में यह रामलीला लगभग 50 वर्षों से हो रही है।आज रामलीला में भगवान राम के विवाह उपरांत भव्य राम भारत का आयोजन किया गया। राम बारात में 50 से अधिक मनमोहक झाकियाँ व लगभग एक दर्जन फूलो से सजे रथों पर भगवान की भेषभूषा धारण किए बच्चों को रथ पार बैठाया गया था।
दोपहर से शुरू हुई राम बारात शहर के प्रमुख रेलवे गंज,जेल रोड,सिनेमा चौराहे से बड़े चौराहे होते हुए नुमाइश चौराहे से होते हुए वापस नुमाइश मैदान पर जाकर समाप्त हुई।राम बारात को लेकर पुलिस प्रशासन काफ़ी सतर्क दिखा । राम बारात के साथ लगभग 150 आरक्षी,11 उपनिरीक्षक-निरीक्षक समेत सीओ सिटी को बारात की सुरक्षा के लिए लगाया गया था। बारात से हाथ अग्निशमन विभाग की एक दमकल गाड़ी व पीएससी की एक टुकड़ी को भी लगाया गया था।
राम बारात को लेकर लोगों में उत्साह
राम बारात को लेकर लोगों का उत्साह सुबह से ही देखने को मिल रहा था। राम बारात के प्रमुख मर्गों से निकलते समय श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या घरों की छत व सड़को को खड़ी दिखाई दी।राम बारात में सुंदर झांकियों ने लोगो का मन मोह लिया।
उत्तर प्रदेश पहला ऐसा जनपद है जहां फ़रवरी से लेकर मार्च तक राम लीला का आयोजन किया जाता है।राम लीला के मंचन के दौरान रावण वध का आयोजन किया जाता है जो की इस रामलीला को ख़ास बनाता है इसी लिये इसको ऐतिहासिक राम लीला कहा गया है।जहां एक ओर पूरे देश में दशहरा पर रावण वध होता है वही हरदोई शहर में रावण वध मार्च में किया जाता है और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यह पहुँचते है।
सीओ सिटी विनोद कुमार द्विवेदी ने बताया की 50 वर्षों से हो रही रामलीला में आज राम बारात का आयोजन था जो की शहर के प्रमुख मर्गों से होकर निकली थी। राम बारात में 150 आरक्षी लगाये गए थे साथ ही 11 थाना अध्यक्षों को भी लगाया गया था। राम बारात के प्रमुख मर्गों से निकालने को लेकर जगह-जगह मार्ग को डाइवर्ट किया गया था। शहर के नुमाइश मैदान से चलकर वापस नुमाइश मैदान में ही राम बारात का समापन किया गया।