IAS Durga Shankar Mishra: IAS दुर्गा शंकर मिश्रा मुख्य सचिव ही करायेंगे राज्य में चुनाव
IAS Durga Shankar Mishra: माना जा रहा है कि शाम तक IAS दुर्गा शंकर मिश्रा को सेवा विस्तार का पत्र राज्य सरकार को हासिल हो जायेगा। इस बार सेवा विस्तार की वजह अप्रैल - मई-2024के लोकसभा चुनाव बने हैं।
IAS Durga Shankar Mishra: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव IAS दुर्गा शंकर मिश्रा 1984 बैच 3 दिवसीय दौरे गये दिल्ली से देर रात लखनऊ वापस लौटे है। हालाँकि कि वो आल इंडिया मुख्य सचिव की कांफ्रेंस में शरीक होने गये थे। पर तीसरे सेवा विस्तार से नवाज़े जाने की सूचना के साथ ही लौटे हैं। आज वह प्रधानमंत्री मोदी की अयोध्या में अगवानी करेंगे। माना जा रहा है कि शाम तक उनके सेवा विस्तार का पत्र राज्य सरकार को हासिल हो जायेगा।इस बार सेवा विस्तार की वजह अप्रैल - मई-2024के लोकसभा चुनाव बने हैं। दुर्गा शंकर मिश्र उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे आईएएस अफ़सर हैं। जिन्हें तीन बार सेवा विस्तार मिल चुका है। इसी के साथ दुर्गा शंकर मिश्र के नाम उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक बार सेवा विस्तार पाने का रिकार्ड भी दर्ज हो जायेगा। वह राज्य के मुख्य सेवा विस्तार की अवधि में ही बने। आम तौर पर छह माह का सेवा विस्तार हासिल होता है। पर इन्हें एक एक साल के दो सेवा विस्तार मिल चुके हैं। यह बात दीगर है कि इस बार इन्हें छह माह का ही सेवा विस्तार हासिल होगा।
डीएस मिश्रा को मिला 6 माह का सेवा विस्तार
हालाँकि बीते कई महीनों से दुर्गा शंकर मिश्रा के लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें ज़ोर पकड़ रही थी। पर इस बार के सेवा विस्तार के फ़ैसले ने इन अटकलों पर पानी फेर दिया है। यूपी के मुख्य सचिव पद पर 2 बार सेवाविस्तार पा चुके दुर्गा शंकर मिश्रा बेहद आत्मविश्वास के साथ ऑल इंडिया चीफ सेक्रेटरी कॉन्फ्रेंस खत्म कर लखनऊ लौटे। मुख्य सचिव शनिवार को अयोध्या में पीएम की अगवानी भी करेंगे । इस वक्त सबकी नज़रें मुख्य सचिव की कुर्सी पर लगी हुई है कि उनको कितने दिनों का सेवा विस्तार मिलता है । चीफ सेक्रेटरी का सेवाकाल 31 दिसंबर 2023 को खत्म हो रहा था लेकिन 30 दिसंबर शनिवार होने और 31 दिसंबर रविवार होने के चलते आज उनका आखिरी दिन माना जाएगा । देखना अब यह है कि ब्यूरोक्रेसी की सबसे बड़ी कुर्सी से पर्दा कब उठना है ब्यूरोक्रेसी के गलियारों के जानकार सूत्रों का कहना है कि 6 महीने का उनको सेवा विस्तार मिल रहा है लेकिन इस बात से जुड़ा कोई भी पत्र अभी तक दिल्ली से लखनऊ नहीं पहुंचा है।