खनन माफियाओं ने पत्रकारों से की मारपीट, कई घायल
कैराना क्षेत्र के गांव बसेड़ा में रात के अंधेरे में प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है। खनन माफियाओं की इस करतूत की पोल खोलने जब पत्रकारों की टीम वहां पहुंची तो उन्होंने उनपर हमला कर दिया।
शामली: कैराना क्षेत्र के गांव बसेड़ा में रात के अंधेरे में प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है। खनन माफियाओं की इस करतूत की पोल खोलने जब पत्रकारों की टीम वहां पहुंची तो उन्होंने उनपर हमला कर दिया।
ये है पूरा मामला:
- जनपद शामली के कैराना क्षेत्र के गांव बसेड़ा में रात्री मे भी प्रशासन व पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से नियम विरुद्ध रेत खननहो रहा है।
- वैध पट्टों की आड़ मे नियम विरुद्ध रेत खनन युद्धस्तर पर हो रहा है। - ठेकेदार व उनके गुर्गों द्वारा दिन रात जेसीबी व पॉर्कलेन मशीन से यमुना का सीना चीरा जा रहा है।
- एन.जी.टी. और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ताक पर रख कर वाहनों में ओवरलोड तरीके से रेत भरा जा रहा है।
- सिक्को की चमक के आगे पुलिस प्रशासन नियम विरुद्ध हो रहे रेत खनन पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा पा रहा है।
- खनन माफियाओं की इसी काली करतूत से पर्दा उठाने के लिए वहां कवरेज करने गई पत्रकारों की टीम पर खनन ठेकेदार के गुर्गो ने अवैध हथियारों से फायरिंग और मारपीट की।
- मारपीट में कई पत्रकार जख्मी हो गए है।
- पूर्व में सीबीआई भी अवैध खनन की जांच कर चुकी है। जांच के बसेड़ा गांव में अवैध खनन होता पाया गया था। आखिर कब तक नियम विरुद्ध रेत खनन चलता रहेगा ।
नियम विरुद्ध रेत खनन में ठेकेदारो को कई सफेद पोश व जिले के उच्च अधिकारियो का भी सरंक्षण प्राप्त है।
- जिसके चलते खनन को रोक पाना बना बड़ी चुनौती है। खनन के कारण बरसात के मौसम में खादर के ग्रामीणों को भारी तबाही झेलनी पड़ सकती है। और सिक्कों की खनक के कारण कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। चुप्पी साधे बैठा है।