IMD की भविष्यवाणी, जल्दी आएगा मानसून, इन राज्यों में इस दिन से शुरू होगी बारिश

मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा एलान किया है। मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान सागर और अंडमान-निकोबार में मानसून इस बार जल्दी आएगा।

Update:2020-05-14 10:46 IST

नई दिल्ली: मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा एलान किया है। मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान सागर और अंडमान-निकोबार में मानसून इस बार जल्दी आएगा। मौसम विभाग ने बताया कि 16 मई के आसपास मानसून अंडमान सागर और अंडमान-निकोबार में पहुंच जाएगा। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि मानसून 15 मई को बंगाल की दक्षिण खाड़ी के मध्य भागों में पहुंचेगा और श्रीलंका में दस्तक देगा।

इसके साथ ही मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि 16 मई की शाम तक दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य खाड़ी पर एक चक्रवाती तूफान आ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 'प्रणाली (चक्रवात) के साथ स्थितियां दक्षिण पश्चिम मानसून को बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के आस-पास 16 मई तक ले जाने के अनुकूल बन जाएगी।

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चक्रवात चेतावनी प्रभाग का कहना है कि प्रणाली निरंतर निगरानी में है और संबंधित राज्य सरकारों को नियमित रूप से सूचित किया जा रहा है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात मानसून की प्रगति में सहायता करेगा, जो इस साल सामान्य रहने की संभावना है।

यहां देरी से पहुंचेगा मानसून

महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में, मानसून मौजूदा सामान्य तारीखों की जगह 3-7 दिनों की देरी से पहुंचेगा। राजधानी दिल्ली में मानसून की सामान्य शुरुआत की तारीख 23 जून से 27 जून तक पहुंच सकता है। इसी तरह, मुंबई और कोलकाता के लिए 10 से 11 जून तक और चेन्नई में 1 से 4 जून तक की तारीखों तय की है।

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केरल में मानसून1 जून को पहुंच सकता। कयास लगाए जा रहे हैं की इस बार देश में चार महीने तक बारिश का मौसम रहेगा। इस सा से मौसम विभाग ने 1960-2019 के आंकड़ों के आधार पर देश के कई हिस्सों के लिए मानसून की शुरुआत और वापसी की तारीखों का संशोधन किया है। पिछली तारीखें 1901 से 1940 के आंकड़ों पर आधारित थीं।

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बदला मानूसन का मिजाज

बता दें बीते कुछ सालों में मानूसन के आने और जाने का समय बदल चुका है। इसमें करीब एक सप्‍ताह का अंतर आया है। विशेष रूप से मध्‍य एवं पूर्वी भारत के हिस्‍सों में 3 से 7 दिनों की देरी से इस बार मानसून का आगमन होगा, तो वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में पहले आगमन और देर से समापन की तारीख तय की गई है।

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