UP Politics: इमरान मसूद का बड़ा आरोप, पांच करोड़ नहीं दिए तो बहनजी ने निकाला, लोकसभा चुनाव में बसपा का नहीं खुलेगा खाता
UP Politics: इमरान मसूद ने कहा कि यदि बसपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया से हाथ मिलाने का फैसला नहीं किया तो उसे प्रदेश में एक भी सीट हासिल नहीं होगी।
UP Politics: बहुजन समाज पार्टी से निकाल गए पश्चिमी यूपी के फायर ब्रांड नेता इमरान मसूद ने पार्टी की मुखिया मायावती पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुझसे पांच करोड रुपए की मांग की जा रही थी और मैं इतनी बड़ी रकम देने की स्थिति में नहीं था। इसलिए मुझे बसपा से निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि मैंने किसी पार्टी के वोट बैंक के दम पर राजनीति नहीं की है बल्कि अपने दम पर आज तक चुनाव लड़ता रहा हूं।
इमरान मसूद ने कहा कि यदि बसपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया से हाथ मिलाने का फैसला नहीं किया तो उसे प्रदेश में एक भी सीट हासिल नहीं होगी। उन्होंने ऐलान किया कि मुझे किसी पार्टी का सहारा मिले या ना मिले मगर मैं 2024 के सियासी रण में चुनाव मैदान में जरूर उतरूंगा। मेरे समर्थक चाहते हैं कि मुझे 2024 का चुनाव लड़ना चाहिए और समर्थकों की बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
बसपा ने इसलिए पार्टी से निकाला
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता इमरान मसूद को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में मंगलवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इमरान मसूद ने 10 महीने पहले ही बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। लखनऊ में इमरान मसूद को बसपा की मुखिया मायावती ने पार्टी में शामिल कराया था। उनके 2024 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं मगर उससे पहले ही उन्हें बसपा से निष्कासित कर दिया गया।
इमरान ने दो दिन पहले ही एक चैनल से बातचीत के दौरान राहुल गांधी को अपना पसंदीदा राजनेता बताते हुए उन्हें देश की राजनीति का हीरो बताया था। उनके इस बयान के बाद सियासी हल्कों में उनकी कांग्रेस में फिर से वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वे कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे मगर बाद में उन्होंने सपा से इस्तीफा दे दिया था।
पांच करोड़ न देने पर किया गया निष्कासन
बसपा मुखिया मायावती के निर्देश पर की गई निष्कासन की कार्रवाई के बाद इमरान मसूद ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैं सियासी जंग लड़ने वाला योद्धा हूं और योद्धा कभी डरता नहीं है।। मैंने हमेशा विपरीत परिस्थितियों में लड़ाई लड़ी है और मैं हार के डर से घर बैठने वाला नहीं हूं। निकाय चुनाव के दौरान में बसपा को आठ हजार से डेढ़ लाख वोटों तक ले गया मगर फिर भी बसपा को मेरी ताकत समझ में नहीं आई।
उन्होंने कहा कि बसपा की ओर से जारी लेटर में जिन किताबों का जिक्र किया गया है वह पैसों की किताब है। मुझसे पांच करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही थी। मैं जनता का आदमी हूं और मेरे पास इतनी रकम नहीं है। मैं किसान आदमी हूं और मेरी इतनी रकम देने की हैसियत नहीं है। अगर यह अनुशासनहीनता है तो मैंने यह अनुशासनहीनता जरूर की है।
2024 के चुनाव में बसपा हो जाएगी जीरो
इमरान मसूद ने कहा कि मैं तो बाबा साहेब की ओर से शुरू किए गए मिशन को आगे बढ़ाने के लिए आया था। मान्यवर कांशीराम ने इस मिशन को मजबूत बनाने का काम किया मगर मुझे पार्टी से निकालने का कदम उठाया गया। मसूद ने कहा कि 2024 की सियासी जंग में बसपा को अपनी ताकत का पता लग जाएगा। यदि बसपा ने विपक्षी गठबंधन के साथ जाने का फैसला नहीं किया तो उसका प्रदेश में खाता भी नहीं खुलने वाला है। आज संविधान खतरे में है और हम सबको मिलकर लड़ाई लड़नी चाहिए। मैंने जब यह आवाज उठाई तो इसे अनुशासनहीनता करार दिया गया।
उन्होंने कहा कि मैं सच्चाई पसंद इंसान हूं और हमेशा मैंने सच ही कहा है मगर बसपा को सच्चाई पसंद नहीं है। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता। बसपा से निकाल जाने के बावजूद मुझे तनिक भी घबराहट नहीं है क्योंकि मेरा अपना वोट है। मुझे मतदाताओं ने आजाद उम्मीदवार के रूप में भी जीत दिलाई है। चुनाव लड़ने के लिए मुझे किसी के रहम की जरूरत नहीं है। मैं भी राजनीति के मैदान में उतरा हूं तो मेरी भी कुछ महत्वाकांक्षाएं हैं। उन्होंने सवाल किया कि यदि मेरे पास पैसा नहीं है तो क्या मुझे राजनीति करने का हक नहीं है?
2024 का चुनाव लड़ने का ऐलान
अपनी आगे की रणनीति साफ करते हुए इमरान मसूद ने कहा कि मेरे समर्थकों की इच्छा है कि मुझे 2024 का चुनाव लड़ना चाहिए। मैंने 2024 की सियासी जंग लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है मगर इस बाबत आखिरी फैसला समर्थकों की मीटिंग में ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही समर्थकों की बैठक बुलाई जाएगी और उसके बाद आगे की चुनावी रणनीति पर आखिरी फैसला लिया जाएगा।
मसूद ने कहा कि अभी तक मैं जिन भी पार्टियों में रहा हूं, वहां मेरी वजह से वोटो में बढ़ोतरी हुई है। निकाय चुनाव के दौरान बसपा को मेरे नाम पर काफी वोट मिले थे मगर फिर भी मुझे पार्टी से निकाला गया। मुझे यह भी पता नहीं लग सका है कि आखिरकार मेरी गलती क्या थी।
मसूद के फिर कांग्रेस में शामिल होने की संभावना
इमरान मसूद ने हाल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खुलकर तारीफ की थी। एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि पूरे देश में राहुल गांधी अकेले ऐसे नेता हैं जो जनता के पक्ष में बेखौफ होकर अपनी राय जाहिर करते हैं। मैंने राहुल और प्रियंका दोनों नेताओं के साथ काम किया है और दोनों बेहतरीन इंसान हैं। उन्होंने राहुल गांधी को देश की राजनीति का हीरो भी बताया।
मसूद की ओर से राहुल गांधी की खुलकर तारीफ किए जाने के बाद अब उनका कांग्रेस में शामिल होना तय माना जा रहा है। इमरान मसूद के इस्तीफे से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को करारा झटका लगा था और अब यह तय माना जा रहा है कि वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे। कांग्रेस की ओर से उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। उनका कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना भी तय माना जा रहा है।