इसलिए की गई थी रामनरेश की बेरहमी से हत्या, आरोपी गिरफ्तार
थाना मड़िहान के कानीदरी में रामनरेश हरिजन की हत्या धारदार हथियार से गला रेत कर, कर दी गयी थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी।
मीरजापुर: थाना मड़िहान के कानीदरी में रामनरेश हरिजन की हत्या धारदार हथियार से गला रेत कर, कर दी गयी थी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी। तभी मुखबिर की सूचना पर अलोपी दरी के मोड़ पर महेश पुत्र कैलाश, अमरेश पुत्र कैलाश, रामबाबू पुत्र मिठाईलाल निवासी कानीदरी दाढ़ीराम थाना मड़िहान को गिरफ्तार कर लिया गया और अमरेश की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल चापड़ भी बरामद किया गया।
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आइए जानते है पूरा मामला क्या है
मृतक स्व0 रामनरेश झाड़-फूक ओझागिरी का काम करते थे और उसी ओझइती के चलते महेश और अमरेश के पिता कैलाश की मृत्यु हो गयी थी तथा महेश भी अक्सर बीमार रहता था। जिससे दोनो भाई इसका जिम्मेदार रामनरेश की झाड़-फूक , टोना टोटका को ही मानते थे और अन्दर ही अन्दर मन में रंज रखते थे और इसी कारण दोनो भाई व रामबाबू ने मिलकर रामनरेश की हत्या की योजना बनाई । जब मृतक रामनरेश गांव के ही बाबूनन्दन उर्फ बबुन्दर के घर से खाना खाकर लौट रहे थे तो रास्ते में ही तीनो अभियुक्त में से दो घात लगाकर बैठ गए और अमरेश कुछ आगे हो गया।
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रामनरेश को आता देख महेश व रामबाबू को इशारा कर दिया। जिसपर रामबाबू ने रामनरेश का हाथ पकड़ लिया और महेश ने चापड़ से रामनरेश के गर्दन पर वार करके हत्या कर दी । आलाकत्ल चापड़ को महेश ने ले जाकर अपने घर की मड़ई में रख दिया। जिसको अमरेश द्वारा बाद में धान के खेत में छुपा दिया गया । मृतक रामनरेश की हत्या करना व हत्या के साक्ष्यों को छिपाना स्वीकार किया। जिसपर अभियुक्त के साथ जाकर अमरेश की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चापड़ भी बरामद किया गया।
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