किसानों की बढ़ी मुश्किलें, हजारों का 9 करोड़ 78 लाख गेहूं क्रय केंद्रों पर फंसा

सरकार द्वारा किसानों के गेहूं उत्पादन का उचित मूल्य दिलाए जाने के लिए क्रय केंद्रों की स्थापना की गई थी। जिसका समय 30 जून को समाप्त हो जाएगा।

Update:2020-06-26 17:07 IST

औरैया: सरकार द्वारा किसानों के गेहूं उत्पादन का उचित मूल्य दिलाए जाने के लिए क्रय केंद्रों की स्थापना की गई थी। जिसका समय 30 जून को समाप्त हो जाएगा। जनपद औरैया में खरीद के सापेक्ष अब तक 79.75% का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। इस बार सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर 8717 किसानों ने अपना गेहूं बेचा है।

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जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सुधांशु शेखर चौबे ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में जनपद को 55 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें 26 जून तक 43860 मेट्रिक टन गेहूं खरीद हुई है जो लक्ष्य के सापेक्ष 79.75% हो गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 7619 किसानों को ₹74 करोड़ 65 लाख का भुगतान किया जा चुका है जो शेष 1098 किसान बचे हैं उनका 9 करोड़ 78 लाख रुपए भुगतान होना बाकी है।

जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि किसानों को पीएफएमएस के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किया जाता है। क्रय केंद्रों पर बिक्री हो जाने के बाद किसानों की सूची को ऑनलाइन फीडिंग की जाती है। उसके बाद किसान की खतौनी, आधार कार्ड और बैंक पासबुक लिया जाता है। यदि सभी चीजें ठीक पाई जाती हैं तो उनका भुगतान 3 दिन के अंदर करा दिया जाता है। यदि किसी में कुछ भी गलत पाया जाता है तो उसे दुरुस्त करने में भुगतान संबंधी देरी हो जाती है। जिसे जांच के बाद सभी अभिलेखों को दुरुस्त करते हुए किसान के खाते में धनराशि पहुंचा दी जाती है।

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वहीं ग्रामीणों द्वारा मांग की गई कि सरकारी खरीद केंद्रों की समय सीमा और बढ़ाई जाए। जिससे कि उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल सके। किसानों का कहना है कि इससे पूर्व लॉक डाउन चल रहा था जिसके कारण वह लोग अपनी गेहूं की फसल को मंडी तक नहीं ले पा रहे थे। जब यह लॉक डाउन खुला तो उन्होंने पैसे की व्यवस्था करके अपने गेहूं को खरीद केंद्रों पर ले जाने का विचार किया। मगर क्रय केंद्रों के बंद होने का समय आने से उनमें थोड़ी सी मायूसी नजर आ रही है।

रिपोर्टर प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया

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