Banda News:मृतक जवान की अंत्येष्टि में उमड़ा जनसैलाब, अश्रुपूरित नेत्रों से हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजलि
Banda News- 16 फरवरी को एक भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। कार में जवान सुशील कुमार भी थे जिन्हें गंभीर चोटें आई थीं, 23 फरवरी को उनका निधन हो गया
Banda News- 23 फरवरी को देर शाम पुणे महाराष्ट्र में तैनात आर्मी के जवान सुशील उर्फ भूरा की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह आर्मी हास्पिटल में भर्ती थे। पैलानी थाना क्षेत्र के पिपरहरी गांव में अंतिम संस्कार किया गया। आर्मी की 16 सदस्यीय टीम ने जवान को तिरंगे में लपेटकर कंधा दिया। सलामी देने के साथ 3 राउंड फायरिंग भी की गई। इस दौरान आर्मी के सैनिकों के साथ ही हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
16 फरवरी को एक भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी। कार में सुशील कुमार भी थे जिन्हें गंभीर चोटें आई थीं। इलाज के लिए उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह सभी चित्रकूट के पास से एक शादी समारोह से वापस लौट रहे थे। 23 फरवरी की देर रात उनका निधन हो गया। बेटे की मौत के बाद से मां गायत्री और पत्नी नेहा का रो-रोकर बुरा हाल है।
2015 में आर्मी में हुए थे ज्वॉइन
मृतक के साले छत्रपाल ने बताया कि दुर्घटना के दौरान मेरे जीजा दुर्घटना के शरीर से अधिक खून निकल गया था। सिह में भी गहरी चोट आई थी। आपरेशन भी किया था, लेकिन वह स्वस्थ नहीं हो सके। उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में मेरे जीजा आर्मी में ज्वाइन हुए थे।
पुष्प चक्र चढ़ाकर किया सैल्यूट
घटना के बाद चौकी इंचार्ज खपटिहाकला कृष्ण देव त्रिपाठी, थानाध्यक्ष पैलानी कुलदीप तिवारी, तहसीलदार पैलानी तिमिराज सिंह एवं 142 एडी रेजिमेंट झांसी के आर्मी के 16 सदस्य टीम में सूबेदार आर गोपाल, सूबेदार एसएस शेखावत ने मृतक जवान को तिरंगे में लपेटकर कंधा दिया और पुष्प चक्र चढ़ाकर सलूट किया। पुष्प चक्र चढ़ाने वालों में थानाध्यक्ष पैलानी कुलदीप तिवारी, चौकी इंचार्ज खपटिहाकला कृष्णदेव तिवारी, तहसीलदार पैलानी तिमिराज सिंह आदि शामिल रहे।
भाई ने दी मुखाग्नि, अपनों ने दी अंतिम विदाई
मृतक के ससुर गोविंददास, साला राकेश, छत्रपाल, राजकुमारी एवं मृतक की साली वर्षा, चाचा बलदेव, द्वारका प्रसाद, पप्पू ने नम आंखों से पुष्पांजलि की। मृतक के पिता सिद्धगोपाल ने भी नम आखों से बेटे को अंतिम विदाई दी। मुखाग्नि मृतक के बड़े भाई सुनील कुमार ने दी। अंतिम यात्रा में खपटिहाकला,पलरा, पैलानी डेरा, पपरेंदा ,रेहुंटा ,अतरहट, निवाईच, पिपरहरी ,अमलोर ,पैलानी चिल्ला समेत ढाई दर्जन गांव के हजारों लोग शामिल रहे। इस दौरान निवाईच गांव के विद्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा।