लखनऊ: दोस्तों आपने दुनिया में कई ऐसे मंदिर देखे होंगे जो बहुत ही बड़े और दिखने में सुन्दर लगते हैं और ऐसे मंदिरों में हमेशा ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता हैं। और इन्ही श्रद्धालुओं की वजह से इन मंदिरों में अधिक से अधिक दान पुण्य भी मिलता हैं, जिसके जरिये इन मंदिरों में अधिक मात्रा में सम्पति भी हैं। तो आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी सम्पति जान कर आप हैरान हो जायेंगे।
गुरुवयुर मंदिर, केरल
भगवान श्री कृष्ण का सबसे बड़ा मंदिर गुरुवयुर केरला में स्थित है। इस मंदिर को दुनिया में विष्णु भगवान का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। और पूर्वजो के मुताबिक ये मंदिर करीब 5000 हजार साल पुराना हैं। ये मंदिर गुरुवयुर वैष्णवों की आस्था का केंद्र माना जाता है। अपने खजाने के कारण यह मंदिर भी भारत के 10 सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।
मीनाक्षी अम्मन मंदिर, तमिलनाडु
प्राचीन समय से तमिलनाडु के मदुरै शहर में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है। कहतें है बता दें, मंदिर विश्व के नए सात अजूबों के लिए नामित किया गया है। और कहते हैं कि मीनाक्षी अम्मन नाम का यह मंदिर भगवान शिव और मीनाक्षी यानि पार्वती माता के नाम से विश्व भर में प्रचलित हैं। ये मंदिर करीब 3500 साल पुराना मंदिर हैं और इस मंदिर की गिनती दुनिया के अमीर मंदिरों में की जाती हैं।
तिरूपति बालाजी मंदिर, आंध्रप्रदेश
आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरूपति बालाजी के नाम से विख्यात मंदिर वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। बता दें, बालाजी का ये मंदिर सात पहाड़ो के बीच में स्थित हैं। जहां भगवान वेंकटश्वर जो भगवान विष्णुजी का अवतार माना जाता है जो तिरूमाला की पहाड़ियां पर विराजमान हैं।
कहते हैं कि तिरूमाला की पहाड़ियां विश्व की दूसरी सबसे प्राचीन पहाड़ियां है। और यह मंदिर तमिल राजा थोडईमाननें ने बनवाया था। इस मंदिर में रोजाना दर्शन के लिए लगभग 50,000 श्रृद्धालु का तांता लगा रहता हैं और ये मंदिर भी मेहंगे मंदिरों में से एक माना जाता हैं।और इस मंदिर की लगभग कुलसंपत्ति 50,000 करोड़ है।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
बारह ज्योतिर्लिंगों में विराजमान ये मंदिर काशी विश्वनाथ के नाम से दुनियाभर में जाना जाता हैं। इस मंदिर का हिंदू धर्म में एक विशिष्ट स्थान है। और ऐसी मान्यता हैं कि जीवन में एक बार इस मंदिर के दर्शन करने और पवित्र गंगा में स्नान कर लेने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। बता दें इस मंदिर की स्थापना महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने सन 1780 में करवाया था। और बाद में महाराजा रंजीत सिंह ने 1853 में इस मंदिर की मरम्मत करवाते हुए 1000 कि।ग्रा शुद्ध सोने से मढ़वाया था। और इस मंदिर का मान- दान देखते हुए हर साल करीब करोड़ो का चढ़ावा आता हैं।
वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू
जम्मू के कटरा में त्रिकुट पर्वत पर माता वैष्णो देवी के नाम से विराजमान मंदिर हिन्दूओं का पवित्र तीर्थस्थल माना जाता हैं। ये मंदिर पहाड़ी पर करीब 1700 मी। की ऊंचाई पर स्थित हैं जहां दूर- दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं। बता दें, ये मंदिर भी अमीर मंदिरों में से एक माना जाता हैं। जहां लोग लाखोँ रूपए और सोने चांदी का दान पुण्य करतें हैं। इस मंदिर में हर साल लगभग 500 करोड़ का दान आता है। जो मंदिर की मरम्मत और वहा के लाखों श्रद्धालुओं की देख- रेख के लिए खर्च कर दिया जाता हैं।