Agra News: आगरा के कारोबारी की कोठी में रहते हैं गली के 16 कुत्ते, दिलचस्प है पूरी कहानी
Agra News: पहले थे गली कुत्ते अब नाम मिला है टॉमी और टाइगर। पहले गली में लोग मारते थे ईंट पत्थर, अब सोने को मिलता है बिस्तर, खाने को मिलता है अंडे और पनीर ब्रेड और बटर ।
Agra News: आगरा के कमलानगर प्रोफेसर कॉलोनी की शहर में अपनी अलग पहचान है। कॉलोनी में करोड़ों की कोठियां बनी हुई खड़ी हैं। बड़े व्यापारी , कारोबारी, अधिकारी कॉलोनी में रहते हैं। बड़े-बड़े बंगले, बाहर खड़ी लग्जरी कारें, कॉलोनी की शान बताती हैं। लेकिन इस सब के बीच कॉलोनी में बनी कारोबारी राजीव गुप्ता की कोठी की अपनी अलग पहचान बन गई है।
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कॉलोनी के अलावा आसपास के लोग अब इस कोठी को जानते हैं। वजह है गली में घूमने वाले 16 छोटे बड़े कुत्ते, जिन्हें कारोबारी राजीव गुप्ता और उनकी बेटी कुरनिका ने अपनी कोठी में पनाह दी है। या यूं कहें कि पिता-पुत्री ने 16 बेजुबान जानवरों को गोद ले लिया है। कोठी के एक बड़े हिस्से में गली के कुत्तों का घर बना दिया है। जिन गली के कुत्तो को कल तक लोगों के ईंट-पत्थर खाने पड़ते थे। अब गली के उन 16 कुत्तों को अपना घर , अपना बिस्तर मिल गया है। गली के कुत्ते अब टॉमी कालू , राजा और टाइगर बन गए हैं। ये सब कैसे हुए इसके पीछे बड़ी दिलचस्प कहानी है।
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कारोबारी की बेटी ने दी बेजुबानों को शरण
कारोबारी राजीव गुप्ता कई सालों से गली में घूमने वाले कुत्तों को खाने का सामान डालते थे। कारोबारी की बेटी पिता को रोजाना ऐसा करते देखती थी। कारोबारी के घर में विदेशी नस्ल के महंगे कुत्ते रहते थे। पिता के साथ बेटी को भी पेट्स से लगाव हो गया। फिर एक दिन बारिश हुई और गली में 5 , 6 पिल्ले अपनी माँ के साथ भीग रहे थे।
कुरनिका गली में रहने वाले छोटे कुत्तों को घर ले आई और कार के गैराज में उनका घर बना दिया। उनके खाने पीने का ध्यान रखने लगी। धीरे धीरे गली में रहने वाले कुत्ते कारोबारी के घर में आ गए और अब सभी कुत्ते एक साथ अपने घर मे रहते हैं। कुत्ते घर की रखवाली करते हैं। किसी को नुकसान नहीं पहुचाते हैं। बीमार होने पर कुत्तों के लिए डॉक्टर का इन्तजाम भी किया जाता है। कहा जाए तो कुत्तों की देखभाल में कारोबारी परिवार हर महीने अच्छा खासा खर्चा कर रहा है।