Aligarh News: हाजी जहीर के ठिकानों पर तीसरे दिन भी IT की रेड, करोड़ों की नकदी और सोना मिला
Aligarh News: तीसरे दिन भी आयकर विभाग की टीम की मीट व्यवसायी हाजी जहीर के यहां कार्यवाही जारी रही। एक करीबी ने हाजी जहीर के कार्रवाई को लेकर राज भी खोले।
Aligarh News: तीसरे दिन भी आयकर विभाग की टीम की मीट व्यवसायी हाजी जहीर के यहां कार्यवाही जारी रही। एक करीबी ने हाजी जहीर के कार्रवाई को लेकर राज भी खोले। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान भारी कैश बरामद किया गया। वहीं, करीब पांच किलो गोल्ड बरामद किया गया, जिसका कोई डॉक्यूमेंट नहीं मिला। बड़ी तादाद में डॉक्यूमेंट की जांच में आयकर विभाग की टीम जुटी है। आईटी की टीम तीन मीट फैक्ट्रियों, चार घरों पर कार्रवाई कर रही है। हाजी जहीर के आवास से बाहर आने-जाने पर प्रतिबंध है। हालांकि, दुबई में खरीदी गई प्रॉपर्टी की तस्दीक में आईटी की टीम जुटी है। गुड़गांव से आई आईटी की टीम तीसरे दिन भी सर्वे कार्य जारी रहा। बैंक अकाउंट और खरीद बिक्री संबंधित दस्तावेजों का मिलान करती टीम करती रही।
मीट कारोबारी हाजी जहीर के ठिकानों पर 21 मार्च को आईटी की टीम ने छापा मारा था। आईटी की टीम अब मीट यूनिट को सप्लाई करने वाले सप्लायरओं की जांच कर रही है। सभी तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। अलीगढ़ के अलावा बुलंदशहर, खुर्जा, मेरठ, हापुड़ समेत आसपास के जिलों में सप्लायरओं की तलाश की जा रही है। आईटी की टीम परिवार के सदस्यों और मीट फैक्ट्री में तैनात अधिकारियों के भी बयान दर्ज कर रही है। सूत्रों के अनुसार कई ठिकानों से नगदी ,सोने की ज्वैलरी व बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। नगदी करोड़ों में बताई जा रही है।
परिवार के लोगों से भी पूछताछ
आईटी टीम ने मीट फैक्ट्री के मैनेजर, फाइनेंस ऑफिसर सहित अन्य लोगों के बयान दर्ज किए हैं। देहली गेट सराय मियां व उसके निकट स्थित चार मकानों में रहने वाले हाजी जहीर के परिवार से बारी-बारी से पूछताछ की गई है। वहीं परिवार के लोग फर्म व मीट कंपनी में निदेशक भी बताये गए हैं। इनसे आईटी अधिकारियों ने निर्यात किए गए मीट से होने वाली आय, देश के अन्य राज्य, शहर व विदेशों में निवेश आदि से जुड़े सवालों के जवाब मांगे। संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों ज्वैलरी अन्य लग्जरी लाइफ जीने के संसाधन के बारे में जानकारी जुटाई है। वहीं, विदेश भ्रमण पर खर्च किए जाने वाली जानकारी भी जुटाई जा रही है। बच्चों की शादी पर हुए खर्च और नई संपत्तियों की खरीद को लेकर पूछताछ जारी है।
मनी लॉन्ड्रिंग की भी जांच
बताया जा रहा है कि दुबई में बेशकीमती प्रॉपर्टी खरीदी है और उस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए किसी तरह की करेंसी का भारत से दुबई ट्रांसफर नहीं हुआ है। अब यह देखा जा रहा है कि आखिर ऐसा कैसे संभव हुआ है। कहीं यह प्रॉपर्टी मीट के बदले में तो नहीं खरीदी गई या फिर मनी लॉन्ड्रिंग का प्रकरण तो नहीं है।
कौन है हाजी जहीर?
हाजी जहीर का कारोबारी सफर डेढ़ दशक का है। पुराने जानकार बताते हैं कि डेढ़ दशक पहले तक हाजी जहीर पशु सप्लाई का काम करते थे। धीरे-धीरे वे मीट एक्सपोर्ट कारोबार में घुसे, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. पहले एक फैक्ट्री शुरू की और धीरे-धीरे पश्चिमी यूपी के प्रमुख निर्यातकों में गिने जाने लगे। अलीगढ़ में उनकी तीन मीट फैक्ट्रियां है। वहीं, जिला स्तर पर इन्वेस्टर सम्मिट में भी उन्होंने बड़ा निवेश किया है।