Agra: जगद्गुरु परमहंस आचार्य को ताजमहल में नहीं मिला प्रवेश, भगवा कपड़ा बना मुद्दा
Agra: जगद्गुरु परमहंस आचार्य को ताजमहल के भीतर प्रवेश नहीं करने दिया गया। सीआईएसएफ जवानों को ताजमहल भ्रमण के टिकट दिखाने के बावजूद उन्हें भीतर जानें नहीं दिया गया।
Jagadguru Paramhans Acharya in Taj Mahal: अयोध्या में रहने वाले जगद्गुरु परमहंस आचार्य को ताजमहल के भीतर प्रवेश नहीं करने दिया गया। सीआईएसएफ जवानों को ताजमहल भ्रमण के टिकट दिखाने के बावजूद उन्हें भीतर जानें नहीं दिया गया।
आपको बता दें कि परमहंस आचार्य वही हैं जिन्होनें पूर्व में भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की थी और मांग पूरी ना होने पर जल समाधि लेने की बात कही थी।
ताजमहल में जगतगुरु परमहंस आचार्य को प्रवेश ना देने का कारण भी सामने आया है, बताया जा रहा है कि उनके द्वारा भगवा वस्त्र धारण करने और हाथ में ब्रह्मदंड होने के चलते यह व्यवहार किया गया है।
जगतगुरु परमहंस आचार्य के साथ उनके कुछ शिष्य भी मौजूद थे, जिन्होनें ताजमहल के भीतर प्रवेश का टिकट ले लिया था लेकिन टिकट दिखाने के बावजूद उन्हें प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिसके बाद परमहंस आचार्य चुपचाप वहां से निकलकर वापस अयोध्या लौट आए हैं।
जगतगुरु परमहंस आचार्य के इस अपमान को लेकर हिन्दू संगठनों और संतों के बीच भारी आक्रोश व्याप्त है और वह लोग मामले में दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि मामले के मद्देनज़र अधिकारी का अभीतक ना तो कोई बयान सामने आया है और ना ही वह खुद दिखाई दिए हैं। इसी के साथ यह खबर भी सामन आई है कि सीआईएसएफ द्वारा टिकट दिखाने के बावजूद ताजमहल के भीतर प्रवेश ना दिए जाने के बाद परमहंस आचार्य के वापस जाते समय वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उनसे माफी मांगी थी।
जगतगुरु आचार्य परमहंस अक्सर अपने बयान के चलते चर्चा का विषय रहे हैं, इसी के तहत बीते वर्ष में आचार्य ने 2 अक्टूबर 2021 तक भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित ना करने पर जल समाधि लेने की धमकी दी थी लेकिन उससे पूर्व ही उन्हें प्रशासन द्वारा हिरासत में ले लिया गया था।