Jalaun News: राजकीय मेडिकल कॉलेज को जल्द मिलेगी नई सौगात, मेडिकल प्रशासन ने केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार को लिखा पत्र
Jalaun News: प्राचार्य ने 6 माह की प्रगति रिपोर्ट पेश करके बताया पिछले साल की अपेक्षा इस साल जनवरी से लेकर सितंबर तक तीन लाख पचास हजार ओपीडी में मरीज ने अपना इलाज कराया है।
Jalaun News: जालौन राजकीय मेडिकल कॉलेज में जल्द ही नई सौगात मिलने वाली है जिसके लिए मेडिकल प्रशासन ने केंद्र सरकार के साथ उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है। प्राचार्य ने 6 माह की प्रगति रिपोर्ट पेश करके बताया पिछले साल की अपेक्षा इस साल जनवरी से लेकर सितंबर तक तीन लाख पचास हजार ओपीडी में मरीज ने अपना इलाज करावाया है। वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे पर राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आर. मौर्य, प्रभारी सीएमएस डॉक्टर प्रशांत निरंजन एवं नोडल अधिकारी शैलेंद्र प्रताप ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की। उन्होनें कहा कि मेडिकल कॉलेज में पिछले साल की अपेक्षा करीब 6 माह के अंदर ओपीडी की संख्या तीन लाख पचास हजार मरीजों की संख्या दर्ज की गई है। जिसमें आई,बी,डी की संख्या 2 लाख नवासी हजार पंचानवे जिसमें मेजर ऑपरेशन 3486 माइनर ऑपरेशन 19560 टोटल ऑपरेशन 23,5,66 माह के अंदर किए गए हैं।
छ: माह में हुए इतने परिवर्तन
इसमें प्रतिदिन लगातार इजाफा हो रहा है। छ: माह के कार्यकाल के दौरान कई विकासशील परिवर्तन हुए हैं जिसमें सर्व प्रथम इमरजेंसी सेवाओं में एम्स की तर्ज पर मरीजों की स्थिति के अनुसार ग्रीन जोन, येलो जोन, रेड जोन एवं ट्रायज एरिया में भर्ती की सुविधा प्रारंभ की गई है। इमरजेंसी में 24 घंटे खून की जांच, एक्सर, ईसीजी एवं प्लास्टर आदि की सुविधा प्रारंभ की गई है। ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पुरुष, महिलाओं, बुजुर्गों और विकलांगों के लिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले गए हैं। आईसीयू में मरीजों को भर्ती प्रारंभ कर सभी सुविधाएं दी जा रही है। सीएमएस प्रशांत निरंजन ने कहा मेडिकल कॉलेज में मानव संसाधन की स्थिति में भी सुधार हुआ है। चिकित्सा की उपलब्धता पहले से ज्यादा हुई है एवं नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता भी नियमित है। बेहतर सेवा करने के लिए मेडिकल प्रशासन समय-समय से डॉक्टर एवं नसों के साथ ऑडिटोरियम में कार्यशाला लगाकर मरीजों का बेहतर इलाज करने के लिए जानकारी दी जाती है।
और बढ़ेंगी सुविधांए
इमरजेंसी में 24 घंटे मेजर ऑपरेशन की तैयारी रहती है। पहले कुछ सुविधा मेडिकल कॉलेज में न होने की वजह से लोग झांसी, लखनऊ, कानपुर प्राइवेट हॉस्पिटलों में जाकर इलाज करते थे। लेकिन 6 माह के अंदर मेडिकल कॉलेज में छोटा ऑपरेशन से लेकर बड़े ऑपरेशन तक की सुविधा शुरू की गई है, जिसका लाभ जनपद के अलावा आसपास के लोगों के मरीजों को मिल रहा है। प्राचार्य ने कहा कि उनका प्रयास है आगामी आने वाले दिनों में और सुविधाएं बढ़ेगी। इसके लिए जनपद वासियों को कहीं दूसरे जिले में जाकर इलाज नहीं कराना पड़ेगा। जल्द ही बड़ी सौगात जनपद के मेडिकल कॉलेज को मिलने वाली है। वहीं एनएचएम के अंतर्गत संचालित मेडिकल कॉलेज में केंद्र व राज्य सरकार के अंतर्गत संचालित कार्यक्रम राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन जननी, सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, कैशलेस चिकित्सा योजना चालू की गई है। इस दौरान डॉ. जितेंद्र मिश्रा, डॉ. विशाल अग्रवाल, डॉ. चरक सांगवान, डॉ. अरुण अहिरवार, डॉ. रीना, डॉ. दीप्ति, डॉक्टर सुनीता आदि मौजूद रहे।