नोडल अधिकारी के दौरे का सच तलाशती रिपोर्ट, कागजी बाजीगरी का खेल या कुछ और...

भ्रमण के तीसरे दिन 11 जुलाई को प्रमुख सचिव ने पूरी सरकारी टीम के साथ नगर पालिका क्षेत्र स्थित कोतवाली चौराहा शहर के कई गली मुहल्ले देखे।

Update:2020-07-11 22:55 IST

जौनपुर: जनपद के नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास के रवीन्द्र नायक गत तीन दिनों से जौनपुर में प्रवास करते हुए संचारी रोगों से जन मानस के बचाव हेतु जिले के शहर से लगायत गांव तक की साफ सफाई का निरीक्षण कर रहे हैं। सरकारी विज्ञप्ति को माने तो इन तीन दिन में प्रमुख सचिव को कहीं भी साफ सफाई सन्तोष जनक नहीं मिली।

हर जगह साहब ने हिदायत दी और फटकार लगाई। लेकिन अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ दन्डात्मक एक्शन नहीं लिया। इस तरह यह निरीक्षण क्या संकेत देता है अनुमान लगाना कठिन नहीं है। सच तो यह है कि सब कुछ कागजी बाजीगरी का खेल एवं थैली भरने की एक रणनीति नजर आ रहा है।

सिर्फ नाम का निरीक्षण, नहीं दिया कोई निर्देश

बता दें प्रमुख सचिव/ नोडल अधिकारी जौनपुर के रवीन्द्र नायक जी ने गत 9 जुलाई को शहरी क्षेत्र में हुसेनाबाद सरकारी कालोनी जहां पर सरकारी कर्मचारी ही रहते हैं। उसका निरीक्षण करने पहुंचे वहां पर बूचड़ खाना देखा और जर्जर सड़क भी देखी। लेकिन केवल नगर पालिका के ईओ को फटकार लगाई और कहा कूड़ा स्थल पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराएं। जैसा कि सरकारी विज्ञप्ति में है यह नहीं कहा कि कालोनी को कूड़ा घर न बनाया जाए। जिला प्रशासन को यह भी नहीं कहा कि कालोनी को स्वच्छ सुन्दर बनाया जाये यहाँ की जर्जर सड़क बनायी जाए। इसके लिए बजट की व्यवस्था किया जाये ऐसा निर्देश दिया जाना जरूरी नहीं समझा है। इसके बाद मतापुर दलित बस्ती में गये वहां भी बहती नालियों से सामना हुआ।

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लेकिन वहां भी छिड़काव की बात कही। नाली बनेगी या नहीं इसका कोई निर्देश नहीं दिया। गरीब जनता जैसे बूचड़ खाने में पड़ी रहे संचारी रोगों से मरती रहे अधिकारी की बला से। उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। इसी तरह प्रमुख सचिव 10 जुलाई को पूरे लाव लश्कर के साथ जिसमें सीडीओ सहित जिले के तमाम अधिकारी गण मौजूद रहे सभी को लेकर विकास खण्ड सोंधी और सरायख्वाजा का निरीक्षण किया। यहांभी समस्याओं के निदान की योजना बनाने के बजाय केवल अपने भ्रमण की पुष्टि करने का पूरा ध्यान दिया खड़न्जा नाली आदि पर ध्यान नहीं सफाई की बात किया सफाई भी हर जगह एक दम खराब स्थिति में मिली। इसका मतलब साफ है कि गांव में तैनात सफाई कर्मी काम नहीं कर रहे हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन का आदेश डीपीआरओ अथवा सीडीओ को नहीं दिया।

गली-मोहल्लों का किया निरीक्षण

 

भ्रमण के तीसरे दिन 11 जुलाई को प्रमुख सचिव ने पूरी सरकारी टीम के साथ नगर पालिका क्षेत्र स्थित कोतवाली चौराहा शहर के कई गली मुहल्ले देखे। वहां पर टूटी नालियों के मरम्मत पर कोई बात नहीं की। केवल गन्दगी और एन्टी लार्वा छिड़काव का पुराना आदेश जारी कर दिया। इसके बाद शहर को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेनेटाईजर करने का निर्देश दिया। साथ ही पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बने कोविड 19 अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां पर ठीक हुए 13 मरीजों को डीएम के साथ घर के लिए विदा किया।

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लेकिन अस्पताल में मरीजों द्वारा बतायी गयी समस्याओं को दूर करने के प्रति रूचि नहीं दिखाई। हां सामान्य रूप से अपने दौरे को पूरा करने का प्रयास किया। संचारी रोगों से बचाव के निर्देश तो खूब दिए। लेकिन व्यवस्था की कोई चर्चा न करना इतना तो संकेत करता है कि सब कुछ कागजी बाजीगरी का खेल किया जा रहा है। नोडल अधिकारी जौनपुर के रवीन्द्र नायक के दौरे मे लगातार सीडीओ अनुपम शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राकेश कुमार, अर्थ एवं संख्या अधिकारी आर.डी. यादव सीआरओ सूनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

रिपोर्ट- कपिल देव मौर्य

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