झांसी: बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन में किया बवाल, ननों पर किया हमला
उत्कल एक्सप्रेस में सफर कर रही ननों पर ट्रेन में सवार बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। इस घटना की सिरो- मालाबार चर्च ने निंदा की और ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है।
झाँसी: उत्कल एक्सप्रेस में सफर कर रही ननों पर ट्रेन में सवार बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। इस घटना की सिरो- मालाबार चर्च ने निंदा की और ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है।
जबरन धर्म परिवर्तन
बताते हैं कि 19 मार्च को गाड़ी संख्या 08478 उत्कल एक्सप्रेस के कोच नंबर बी-2 में दो महिला व दो लड़कियां सफर कर रही थी। तभी सूचना दी कि दो महिला यात्रियों द्वारा दो लड़कियों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने हेतु ले जाया जा रहा है। इस सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ सक्रिय हो गई। जैसे ही ट्रेन झाँसी रेलवे स्टेशन पर आकर खड़ी हुई तो कोच में सवार महिला रेलयात्रियों व लड़कियों से संपर्क किया गया। महिला रेलयात्रियों के नाम लिबिया थामस (29) निवासी शंकर गार्डन विकासपुरी थाना नजफगढ़ विकासपुरी पश्चिम दिल्ली व हेमलता (27) लिया निवासी पश्चिम दिल्ली बताया।
जबकि लड़कियों के नाम श्वेता एका (19) पुत्री हनुमान एका निवासी गोइलो थाना वृहमनी तरंग जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा व दूसरी का नाम प्रीति टिग्गा (19) पुत्री फैदर टिग्गा निवासी शिलपुंजी चंडीपोस थाना गुरोदिया जिला सुंदरगढ़ उड़ीसा बताया। चारों को जीआरपी थाना लाया गया। बाद में पूछताछ करने के बाद उनको जाने दिया गया।
बजरंग दल ने किया हमला
वहीं, सिरो-मालाबार चर्च ने झाँसी में हुई घटना की निंदा की जिसमें बजरंग दल के सदस्यों सहित चार ननों पर बजरंग दल के सदस्यों द्वारा हमला किया गया था, जब वे ओडिशा के राउरकेला में अपने घर के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहे थे। पोस्टुलेटर्स, जो हाल ही में दिल्ली प्रांत के सेक्रेड हार्ट्स कॉन्ग्रेशन में शामिल हुए थे, पहली बार अपने घरों की यात्रा कर रहे थे। पोस्टुलेंट उनके आदेश के दो ननों के साथ थे।
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अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ननों को बचाया
बजरंग दल के कार्यकर्ता, जो ऋषिकेश से ट्रेन में सवार हुए थे, ने अपनी धार्मिक आदतों में नन के साथ पोस्टलंट्स को देखकर ट्रेन पर हंगामा खड़ा कर दिया और आरोप लगाया कि उन्हें धार्मिक रूपांतरण के लिए ले जाया जा रहा है। इसके बाद, श्रमिकों ने रेलवे पुलिस से संपर्क किया और अधिकारियों को गलत जानकारी दी कि नन जबरन धर्म परिवर्तन के लिए पोस्टुलेंट ले रहे थे, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ननों को बचाया गया। चर्च ने कहा कि यह पूर्व-निर्धारित हमले पर संदेह करता है, यह देखते हुए कि लगभग 150 बजरंग दल के कार्यकर्ता छोटी सूचना पर रेलवे स्टेशन पर इकट्ठे हुए थे। इस मामले को गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है। शासन स्तर से जीआरपी मुख्यालय से उक्त मामले में जानकारी ली जा रही है।
वहीं, सीओ रेलवे नईम मंसूरी का कहना है कि ननों को झाँसी रेलवे स्टेशन पर उतारा गया था। बाद में पूछताछ करने के बाद सभी को गंतव्य स्थान के लिए रवाना कर दिया गया। धर्मपरिवर्तन का मामला नहीं आया था। यह लोग दिल्ली से सवार होकर उड़ीसा जा रही थी।
रिपोर्ट- बी के कुश्वाहा
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