काट डाला भाई को: ताबड़तोड़ चलती रही कुल्हाड़ी, हत्या से मच गई सनसनी
पैसों के लेन-देन को लेकर भाई ने भाई का कत्ल कर दिया। बीच करने आया आरोपी का बेटा भी घायल हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
झाँसी: पैसों के लेन-देन को लेकर भाई ने भाई का कत्ल कर दिया। बीच करने आया आरोपी का बेटा भी घायल हो गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उल्दन थाना क्षेत्र के ग्राम बंगरा में विक्रम सिंह परिवार समेत रहता है। विक्रम सिंह को दो बेटा था। इनमें देवेन्द्र कुमार और सुरेन्द्र कुमार है।
बीती शाम भैंस के रुपयों को लेन-देन को लेकर दोनों भाइयों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि पहले दोनों में हाथापाई हुई। मौके देख देवेन्द्र कुमार घर के अंदर रखी कुल्हाड़ी से उठाकर सुरेन्द्र पर हमला कर दिया। यह देख देवेन्द्र का बेटा प्रिंस बचाने पहुंच गया। आक्रोशित देवेन्द्र ने अपने बेटा पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जिससे दोनों लोग घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कालेज लाया गया। यहां सुरेन्द्र सिंह ने उपचार के दौरान मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया।
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घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी देवेन्द्र का बेटा प्रिंस मृतक सुरेन्द्र के साथ रहता है। वहीं, नवाबाद थाने की पुलिस ने सुरेन्द्र सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। उधर, उल्दन थाने की पुलिस ने देवेन्द्र उर्फ डिव्वन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। देरशाम आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली। बाद में उसे अदालत में पेशकर जेल भेजा गया।
रिश्तों में तल्खी दूर करने के लिए पुलिस चलाएगी मुहिम
रिश्तों में दरार व गलत परवरिश की लेन देन की देन है कि अपने ही जान के दुश्मन बन बैठे हैं। कुछ न अपनों की जान ले ली तो कुछ अभी भी अदावत ठान कर बैठे हैं। बीते माह हत्या के कुछ मामलों में पुलिस को ऐसा देखने को मिला है कि रिश्तों की मर्यादा भूल चुके लोग अपनों का ही खून कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस वाट्सएप व बैठकों के जरिए रिश्तों में तल्खी दूर करने का प्रयास करेगी। पुलिस का मानना है कि जागरुकता मुहिम से लोग रिश्तों की मर्यादा को समझेंगे। कानून का बोध होने से वह कुछ भी करने से पूर्व यह सोचेंगे कि इसके क्या खामियाजा भुगतना पड़ सकता हैं, तो अपराध को कुछ हद तक रोका जा सकता है. ऐसे में थानास्तर पर इसे लेकर मुहिम छेड़ा जाएगी।
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इनका कहना है...
''थानास्तर पर वाट्सएप ग्रुप पहले से गठित है। पुलिस शांति कमेटी आदि बैठकें करती ही है। ऐसे में लोगों को थाना सा जागरुक करके अपराध रोका जा सकता है। लोगों का वाट्सएप ग्रुप व बैठकों के माध्यम से रिश्तों की मर्यादा व कानून को लेकर जागरुक किया जाएगा। आमतौर पर पुलिस ऐसा करती भी है। उसे थोड़ा सा और सक्रिय करने की आवश्यकता है।''- दिनेश कुमार पी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
रिपोर्ट: बीके कुशवाहा