भट्टे मालिकों से ठगीः मजदूरो के नाम पर लगाते थे चूना, झांसी पुलिस ने किया भंड़ाफोड़

झाँसी पुलिस ने भट्टा मालिकों को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह मजदूरों के नाम पर ठगी करता है। गिरोह के सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

Update: 2021-02-26 16:31 GMT
झांसी: भट्टे मालिकों को चूना लगाने वाला गिरोह गिरफ्तार, ऐसे करता था ठगी

झाँसी: झाँसी पुलिस ने भट्टा मालिकों को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह मजदूरों के नाम पर ठगी करता है। गिरोह के सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से कैश, गांजा आदि सामग्री बरामद की गई। यह गिरोह छह माह से मजदूरों के नाम पर ठगी कर रहा था। इसके अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। यह जानकारी एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी ने पत्रकारों को दी है।

मजदूरों के नाम पर ठगी

उन्होंने बताया कि एसएसपी दिनेश कुमार पी के निर्देशन में एसओजी और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम बड़ागांव थाना क्षेत्र में मजदूरों के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों की तलाश में लगी थी। सूचना मिली की बड़ागांव थाना क्षेत्र के ग्राम डिमरौनी गांव के पहले स्थित कृष्णा स्टोन क्रेशर के पास कुछ लोग खड़े हैं। वह मजदूरों के नाम पर वार्तालाप कर रहे हैं। यह लोग मजदूरों के नाम पर एडवांस कैश की डिमांड कर रहे हैं। इस सूचना पर गई टीम ने घेराबंदी कर सभी लोगों को पकड़ लिया। थाना लाकर गहराई से पूछताछ की तो उन्होंने मजदूरों के नाम पर ठगी करने की बात स्वीकार की है।

मजदूरों के नाम ऐसे की थी ठगी

गोरखपुर निवासी रामदुलारे, बिहार के समस्तीपुर निवासी शत्रुघ्न शाह और भिण्ड के असवार निवासी कैलाश प्रसाद त्यागी ने बड़ागांव थाने की पुलिस को बताया है कि उनके भट्टे लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ में रहने वाले रघुवीर सिंह मराबी आदि ने फोन करके झाँसी बुलाया था। कहां था कि उनके पास मजदूर है। कुछ मजदूर झाँसी में काम कर रहे हैं। रघुवीर की बातों में आकर पैसा देने की बात कर ली थी। इस आधार पर रामदुलारे ने एक लाख 8 हजार, शत्रुघ्न शाह ने 31 हजार व कैलाश ने 48 हजार कैश दिया था। पैसा देकर वह लोग मजदूरों का इंतजार करने लगे। काफी देर तक मजदूरों का इंतजार किया लेकिन मजदूर नहीं आए। बाद में रघुवीर आदि की तलाश की मगर उनका पता नहीं चला। ऐसा प्रतीत हुआ है कि यह लोग मजदूरों के नाम पर ठगी करके चले गए हैँ।

कई माह से कर रहे हैं ठगी

पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह यूपी के झाँसी के अलावा अन्य राज्यों में मजदूरों के नाम पर ठगी कर चुके हैं। इनका कहना है कि वह लोग वहां जाते हैं, जहां पर बड़े-बड़े भट्टे लगे होते हैं। भट्टा मालिक से वार्तालाप करते हैं। कहते हैं कि वह लोग मजदूरों को लाकर दे देंगे। भट्टा मालिक से पैसा लेकर दो-तीन मजदूर देकर चले जाते हैं। इसके बाद वह लोग अपना मोबाइल फोन का नंबर बदलते थे। उनका गैंग इस तरह की कई ठगी कर चुका हैं।

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इनको किया गिरफ्तार

बिलासपुर के थाना मस्तूरी के ग्राम बेलहा निवासी रघुवीर सिंह मराबी, दरियाव उर्फ दरु गौण, अर्जुन सिंह पोर्ते, बिलासपुर के थाना बेलगहना के ग्राम बरभाठा निवासी रामचरन पोर्ते, कोरछा के थाना हरदी बाजार के ग्राम बोइदा निवासी शिव नन्दन सिंह पोर्त व जालौन के थाना कोटरा के ग्राम सैदनगर निवासी कालीचरन पाल को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 45 हजार कैश, दो किलो नौ सौ ग्राम गांजा व अन्य सामग्री बरामद की गई।

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इस टीम को मिली सफलता

बड़ागांव थाना प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्र कुमार त्रिपाठी, एसओजी प्रभारी आशीष मिश्रा, एसआई घनश्याम सिंह, एसआई महेन्द्र कुमार, एसओजी मुख्य आरक्षी योगेन्द्र सिंह चौहान, शैलेन्द्र सिंह चौहान, सर्विलांस सेल के मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार, आरक्षक पदम गोस्वामी, चंद्रशेखर, प्रदीप सेंगर, मनोज कुमार, बड़ागांव थाने के मुख्य आरक्षी संतोष कुमार, कमलाकान्त व विकास कुमार शामिल रहे है।

रिपोर्ट- बी के कुश्वाहा

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