खत्म हो रहे अपराधी गैंग: यूपी पुलिस कर रही ताबड़तोड़ गिरफ्तारी, अब हत्थे चढ़ें ये..

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के निर्देश पर जिले में आपरेशन बज्र अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शहर व देहात थाना क्षेत्रों में चोरी व अन्य वारदातों को अंजाम दे रहे बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है।

Update:2020-10-06 21:38 IST
कई सालों से शहर व देहात क्षेत्र में गैंग बनाकर मोबाइल फोन छीनने व चोरी की वारदातों के दे रहे थे अंजाम

झाँसी नवाबाद थाने की पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिनके पास से 13 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। इस मामले में तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह कई सालों से शहर व देहात क्षेत्र में गैंग बनाकर मोबाइल फोन छीनने और चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। गिरफ्तार किए गए तीनों सदस्यों को अदालत में पेश किया। वहां से उनको जेल भेजा गया। यहीं नहीं, इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश शुरु हो गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के निर्देश पर जिले में आपरेशन बज्र अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत शहर व देहात थाना क्षेत्रों में चोरी व अन्य वारदातों को अंजाम दे रहे बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है। इसको लेकर बदमाशों में हड़कंप मचा हुआ है। बताते हैं कि कई बदमाश तो ऐसे भी है जो अपनी जमानत कटवाकर जेल जा चुके हैं।

यही नहीं, कुछ लोगों ने यूपी की सीमा छोड़ दूसरे राज्यों की जेलों में जाकर अपने आपको असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। बताते हैं कि एसएसपी के निर्देश पर नवाबाद थाने की पुलिस मोबाइल फोन छीनने व चोरी की वारदात करने वाले बदमाशों की धरपकड़ कर रही थी, तभी सूचना मिली कि मेडिकल कालेज गेट नंबर 2 के पास करगुंवा जी जाने वाले तिराहा के पास तीन बदमाश खड़े हैं।

वह मोबाइल फोन छीनने की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना पर गई टीम ने घेराबंदी कर तीन बदमाशों को पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने मोबाइल फोन चोरी करने व छीनने की वारदात करना स्वीकार की है।

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इन बदमाशों को किया गिरफ्तार

कोतवाली थाना क्षेत्र के छनियापुरा ओरछा गेट अंदर मोहल्ले में रहने वाले मोहम्मद अलीम, पुरानी कलारी ओरछा गेट अंदर थाना कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले इमरान खान और कोतवाली थाना क्षेत्र के मछली बाजार फूलबाग ओरछा गेट अंदर मोहल्ले में रहने वाले समीर उर्फ सम्मू को गिरफ्तार कर लिया।

इन कंपनियों के मोबाइल फोन बरामद

टेक्नो रंग काला मोबाइल फोन, सैमसंग, वीवी रंग नीली, मोबाइल रीयलमी, वीवी कंपनी के चार, मोबाइल सैमसंग कंपनी आदि बरामद किया है। इनकी संख्या तेरह है।

वर्ष 2013 से कर रहे हैं चोरी की वारदात

मोहम्मद अलीम ने चोरी की वारदात वर्ष 2013 से शुरु की है। इसके खिलाफ 2014, में 2020 में तीन मुकदमा पंजीकृत है। कुल पांच मुकदमे पंजीकृत है। इसी तरह इमरान ने वर्ष 2017 से अपराध की दुनिया में कदम रखा है। वर्ष 2017 में चार और 2020 में तीन मुकदमा चोरी की पंजीकृत है। इसी तरह नए गैंग के रुप में समीर ने वर्ष 2020 में अपराध की दुनिया में पर रखा है। इसके खिलाफ अभी दो ही मुकदमा पंजीकृत है।

मोबाइल चोरी के बाद आईएमईआई नंबर कर देते चेंज

नवाबाद पुलिस ने मोबाइल लुटेरों के एक हाईटेक गैंग का पकड़ा है। यह लोग मोबाइल चुराते साथ ही उसका आईएमईआई नंबर भी सॉफ्टवेयर की मदद से बदल देते थे। फिर मोबाइल को बाजार में बेच देते थे।

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ऐसे करते थे वारदात

वाहन पर मोबाइलफोन पर वार्ता करते समय झपट्टा मारकर मोबाइलफोन छीनते हैं। संबंधित व्यक्ति से मोबाइल फोन चोरी करने के बाद फोन तुरंत स्विच आफ कर दिया जाता है। इसके बाद स्थानीय खरीदरा को मोबाइल बेच दिया जाता है तो गैंग का सदस्य होता है।महंगे फोन को दूसरे राज्यों में भेजने से पहले इसका आईएमईआई नंबर बदला जाता है और इसी से फोन मिलने की गारंटी कम हो जाती है।

अगर फोन का आईएमईआई नंबर नहीं बदला जाता है तो पुलिस इसे ट्रेस कर फोन के मालिक को लौटा सकती है। चाहे इसे महीनों बाद ही क्यों न ऑन किया जाता है।अगर आईएमईआई बदल दिया जाता है तो फोन वापस मिलने की बहुत कम संभावना होती है।

आईएमईआई नंबर न बदलने की सूरत में ही ट्रैक हो सकता है फोन

पुलिस का कहना है कि हम फोन की लोकेशन को केवल तभी ट्रैक कर सकते हैं, जब यह री-स्टार्ट हो और इसका आईएमईआई नंबर न बदला जाए। अगर फोन को दूसरे शहर भेजा जाता है तो वहां एक टीम भेजनी होती है और अपराधियों को पकड़ने के लिए लोकल पुलिस के साथ को-ऑडिनेट करना होता है।

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इस टीम को मिली सफलता

नवाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह, एसएसआई राजेश पाल सिंह, चौकी मेडिकल कालेज प्रभारी अजीत सिंह, उपनिरीक्षक अजब सिंह, चौकी प्रभारी किला उपनिरीक्षक अजीत कुमार, हेड कांस्टेबल मोहम्मद कलीम, मोहम्मद अतीक, विमलेश कुमार, विपुल नारायण मिश्र, धारा सिंह व कृष्णकांत तिवारी शामिल रहे हैं।

बी के कुशवाहा, झांसी रिपोर्टर

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