Jhansi News: किसानों का कल्याण मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताः मंत्री स्वतंत्र देव सिंह
Jhansi News: बोले-अन्नदाता का विकास हमारे देश की उन्नति हेतु महत्वपूर्ण कारक, 15 दिवस के भीतर चैपाल लगाकर किया जाये किसानों की समस्याओं का निराकरण, चैकडैम एवं कूप निर्माण स्थलों के चिन्हांकन में लिया जाये स्थानीय किसानों का सहयोग।
Jhansi News: मंत्री, जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) उ0प्र0 स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि किसानों का कल्याण मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। किसानों का विकास हमारे देश की उन्नति में अतिमहत्वपूर्ण कारक है। इसलिये अधिकारी शासन द्वारा आवंटित धनराशि के सदुपयोग हेतु किसानों के कल्याणार्थ अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। यह बात उन्होंने सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित विभाग के अधिकारियों के साथ आवश्यक समीक्षा बैठक में कही है।
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग प्रत्येक गरीब किसान के खेत तक पानी पहुंचाने हेतु मानवतापूर्ण सेवाभाव के साथ कार्य करें, जिससे हमारे किसान भाई की आय में वृद्वि हो और वह विकास के पथ पर आगे बढ़ सकें। बैठक के पहले निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिशाषी अभियंता जल निगम ने बताया कि जनपद झांसी में इस योजना के अन्तर्गत कुल 10 परियोजनायें लक्षित हैं। उन्होंने बताया कि जनपद झांसी के पारीछा बांध पर 03 परियोजनायें (गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना, बचावली ग्राम समूह पेयजल योजना एवं तिलैथा ग्राम समूह पेयजल योजना) निर्माणाधीन हैं, जिनमें से गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना का 91 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, साथ ही 40 ग्रामों को शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। बचावली ग्राम समूह पेयजल योजना का 87 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, साथ ही 31 ग्रामों को शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा हैं। तिलैथा ग्राम समूह पेयजल योजना का 92 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, 25 ग्रामों को शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा हैं। इसी प्रकार माताटीला बांध पर बुढ़पुरा ग्राम समूह पेयजल योजना निर्माणाधीन है, जिसका 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है तथा इसके माध्यम से 45 ग्रामों को शुद्व पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार लहचूरा बांध पर इमलौटा ग्राम समूह पेयजल योजना निर्माणाधीन है, जिसका 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी प्रकार एरच बांधध्बेतवा नदी पर 02 परियोजनायें (बरथरी ग्राम समूह पेयजल योजना एवं टेहरका ग्राम समूह पेयजल योजना) निर्माणाधीन है, इनमें से बरथरी ग्राम समूह पेयजल योजना का 62 प्रतिशत तथा टेहरका ग्राम समूह पेयजल योजना का 65 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
इसके पश्चात लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान अधिशाषी अभियंता लघु सिंचाई ने विभाग में संचालित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति के बारे में बताया कि सिंचाई विभाग के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कुल 47 सहायक अभियंता एवं 08 अपर अभियंता तैनात हैं। मुख्यमंत्री लघु सिंचाई के अन्तर्गत इस वित्तीय वर्ष में 257 कूपों के निर्माण का लक्ष्य प्राप्त है जिसकी निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात् शीध्र ही कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में वर्तमान समय में 221 कूपों के माध्यम से 01 हजार 600 हेक्टेअर की भूमि को सिंचित किया जा रहा है, इस दौरान मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि 221 बोरिंग के कार्य के परीक्षण हेतु 15 दिवस के भीतर सम्बन्धित ग्रामों में चैपाल लगाकर किसानों की समस्याओं का निस्तारण करें। चैपाल में सम्बन्धित अपर अभियंताओं की उपस्थिति अनिवार्य है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिये।
रुफ टॉप रैन वाटर योजना के अन्तर्गत इस वित्तीय वर्ष कुल 103 कार्यों के सापेक्ष 65 कार्यों की निविदा प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, जिनका कार्य प्रगति पर है। यहां पर मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश दिये कि उक्त योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु जनपद में स्थापित स्वास्थ्य इकाईयों, उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों से समन्वय स्थापित करते हुये योजना को सफल बनायें। समीक्षा बैठक के दौरान विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक मऊरानीपुर डाॅ0 रश्मि आर्य, सदस्य विधान परिषद रमा निरंजन, सदस्य विधान परिषद स्नातक इलाहाबाद-झांसी खण्ड निर्वाचन क्षेत्र डाॅ0 बाबू लाल तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे अशोक कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता आदि मौजूद रहे।
मंत्री ने गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना के अंतर्गत ग्राम सिया का किया निरीक्षण-
मंत्री, जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) स्वतंत्र देव सिंह द्वारा गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना के अंतर्गत ग्राम सिया का निरीक्षण किया गया। ग्राम सिया के पंचायत भवन परिसर में आईएसए के द्वारा एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं का आपूर्ति जल परीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
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मंत्री ने आपूर्ति जल का एफटीके से महिलाओं से क्लोराइड, पी- एच- का परीक्षण कराया गया, जिनके परिणाम अनुमन्य सीमा के अंदर प्राप्त हुए अर्थात अपूर्तित जल पीने योग्य पाया गया। मंत्री ने ग्रामवासियों को जल जीवन मिशन के अंतर्गत उपलब्ध कराए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता के संबंध में जानकारी देकर जागरूक किया। मंत्री ने ग्रामवासियों से गृह संयोजन तथा सड़क मरम्मत की जानकारी प्राप्त की। ग्रामवासियों ने कहा कि ग्राम में शत प्रतिशत गृह संयोजन तथा सड़क मरम्मत का कार्य हो चुका है।