Jhansi News: अंतिम चेतावनी के बाद भी पेयजल योजना के काम नहीं हुए पूर्ण
Jhansi News: बीते कुछ महीनों में जल निगम ठेकेदार कंपनी पर आठ बार पेनाल्टी लगा चुका है। अब एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
Jhansi News: तमाम चेतावनियों और पेनाल्टी के बाद भी अमृत कार्यक्रम के तहत झांसी पुनर्गठन पेयजल योजना फेस-2 के कार्यों में विलंब पर विलंब होता जा रहा है। बीते कुछ महीनों में जल निगम ठेकेदार कंपनी पर आठ बार पेनाल्टी लगा चुका है। अब एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई कर सकता है। इसको लेकर जल निगम के आला अधिकारियों की शनिवार को देर शाम तक बैठक भी चलती रही।
मालूम हो कि झांसी पुनर्गठन पेयजल योजना फेस-2 का कार्य ठेकेदार कंपनी को 19 जून 2019 को दिया गया था जोकि 20 जून 2022 को पूर्ण हो जाना चाहिए था। लेकिन इसमें लगातार विलंब होने की वजह से जल निगम शासन के समक्ष कोई माकूल जबाव नहीं दे पा रहा है। हां, जल निगम के उच्च अधिकारी भी अपनी खीझ ठेकेदार कंपनी पर उतारते हुए जुर्माना लगाने की कार्रवाई कर देते हैं। इसके अलावा जल निगम के पास कोई और विकल्प भी नहीं है।
वहीं शासन की ओर से इस योजना का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के लगातार निर्देश आ रहे हैं। मालूम हो कि झांसी पुनर्गठन पेयजल योजना फेस-2 के तहत दस विभिन्न कार्य कराए जाने थे। इनमें इंटेक वैल, सीपी टैंक, कच्चे पानी के लिए 23.20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन, 195 एमएलडी का डब्ल्युटीपी, शुद्ध पेयजल की 26.70 किलोमीटर पाइप लाइन, दस सीडब्ल्यूआर, नौ पानी की टंकियों के साथ पेयजल वितरण नेटवर्क हेतु 288.20 किलोमीटर की पाइप लाइनें, भवन आदि के अलावा 21144 लोगों को घरेलू कनेक्शन देना था।
कंपनी दे देती है एक और तारीख
इस कार्य में लगातार विलंब की वजह से जल निगम ठेकेदार कंपनी पर अब तक 22 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगा चुका है। वहीं दूसरी ओर ठेकेदार कंपनी हर बार अपने कार्य पूरे होने की एक तिथि देते हुए इतिश्री कर लेती है। विभागीय सूत्रों की मानें तो करीब तीन माह पूर्व ठेकेदार कंपनी ने बताया कि सात सीडब्ल्यूआर का काम नब्बे प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। जबकि एक कार्य 60 प्रतिशत और दो काम पचहत्तर प्रतिशत हो चुके हैं। इनमें से कुछ का कार्य 30 जून को और कुछ का कार्य 31 अगस्त तक पूर्ण कर लिया जाएगा। वहीं पानी की टंकियों की बात करें तो टौरिया नरसिंह राव, दरीगरान 1, दरीगरान-2,पुराना बस स्टैंड, खातीबाबा, नगरा, लहरगिर्द, हंसारी और बिजौली की टंकियों का काम भी पूरा नहीं हो सका है। टंकियों के काम में भी ठेकेदार कंपनी ने कई काम 31 दिसंबर तक काम पूरा करने का आश्वासन दिया।