Jhansi News: झाँसी रेल मंडल में चलाई गई 116 बैगन की पहली मालगाड़ी, लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी का हुआ संचालन
Jhansi News: लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी दो मालगाड़ियों को जोड़कर, 2 से 3 इंजन की सहायता से संचालित की जाती है।जिसमें लगभग 116 वैगन होते हैं। लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी के संचालन से पाथ की अधिकतम बचत होती है, रेलपाथ का अधिकतम उपयोग हो पाता।
Jhansi News: मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में झांसी मंडल यात्री सुविधाओं में निरंतर विकास के साथ-साथ राजस्व अर्जन तथा माल परिवहन में भी उत्तोत्तर वृद्धि की ओर अग्रसर हैं। इसी क्रम में मंडल द्वारा लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी (उदय-01) को उदयपुरा LPGU थर्मल पॉवर साइडिंग से सागर के लिए तथा (बेतवा - 01) लॉन्ग हॉल मालगाडी को पारीछा थर्मल साइडिंग से सागर के लिए सफलतापूर्वक संचालित किया गया।
दो मालगाड़ियों को जोड़कर संचालित की गई मालगाड़ी
लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी दो मालगाड़ियों को जोड़कर, 2 से 3 इंजन की सहायता से संचालित की जाती है।जिसमें लगभग 116 वैगन होते हैं। लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी के संचालन से पाथ की अधिकतम बचत होती है, रेलपाथ का अधिकतम उपयोग हो पाता है और मालगाड़ियों के विलंबन में कमी आती है,क्योंकि एक ही समय में एक ही गाड़ी से दो मालगाड़ी के बराबर माल ढुलाई हो जाती है, जिससे बचे हुए समय में दूसरी मालगाड़ी भी संचालित की जा सकती है। साथ ही उक्त मालगाड़ी को लम्बी होने के कारण, जब तक बहुत आवश्यक न हो रोका नहीं जाता, जिससे माल जल्द से जल्द गंतव्य तक पहुंच जाता है।
लॉन्ग-हॉल मालगाड़ी के संचालन में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबन्धक अखिल शुक्ल, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजिनियर (परिचालन) अशोक प्रिय गौतम तथा मंडल परिचालन प्रबंधक (गुड्स) डी के जैन द्वारा विशेष भूमिका निभाई गई। भविष्य में तीसरी लाइन के पूर्ण होने पर, इस प्रकार की मालगाड़ियों का अधिकतर संचालन करते हुए माल ढुलाई में और भी तीव्रता लाई जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि इस long-haul गाड़ी को बिना कैरेज वैगन स्टाफ की सहायता से ऑन बोर्ड रनिंग स्टाफ द्वारा तैयार किया गया है।