Jhansi News: वस्तु का निर्यात हो सकता है लेकिन किसी की जान का नहीं: निर्यापक श्रमण सुधासागर

Jhansi News: मुनिश्री ने भारत देश के सभी अहिंसा के पुजारियों से कहा कि भारत सरकार के पशु पालन विभाग में जीमेल के माध्यम से आपत्तियां लगाएं हमारा काम है राजा को सचेत करना अगर सरकार नही मानेगी तो कम से कम उन पशुओं की हत्या के पाप से आप बच जाओगे यदि आपने आपत्ति नहीं लगाई तो आप सबको निर्यात होने वाले उन मूक पशुओं की हत्यारा माना जाएगा।

Update:2023-06-16 19:49 IST
Jain religious guru

Jhansi News: मेडिकल क्षेत्र स्थित दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र सांवलिया पार्श्वनाथ करगुंवा में धर्मसभा को संबोधित करते हुए जगतपूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्रेष्ठ सुधासागर महाराज ने कहा कि इस देश के वोटर बहुत सीधे हैं सरकार बहुत बुद्धु बना रही हैं। अभी तक का नियम था कि मरे हुए पशुओं का मांस ही निर्यात किया जाता था लेकिन अब ऐसा प्रस्ताव पास होने वाला है जिसमे जिंदा पशु निर्यात किए जायेगें। 17 जून को ये भारत पर कलंक लगने वाला हैं। मुनिश्री ने सारे भारत के लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि समय रहते इस बिल पर आपत्ति लगाने का कार्य करें। क्योंकि वस्तु का निर्यात किया जा सकता हैं, लेकिन जान का नहीं। मूक निरीह जिंदा पशुओं में जान हैं। जिस प्रकार जिंदा मनुष्यों को निर्यात करना अपराध है उसी तरह यह भी बहुत बड़ा अपराध हैं। इस देश में क्या हो गया है? क्या इतनी कंगाली आ गई है कि शंकर जी के नंदी को बेचा जा रहा हैं,आदिनाथ सहित 24 तीर्थंकरों के चिन्हों को बेचा जा रहा हैं,गौमाता को बेचा जा रहा हैं। जो स्मगलर लोग बच्चे बच्चियों को बेंचकर निर्यात करते हैं उनको क्यों अपराधी कहा जाता हैं? अब जब पशुओं को जिंदा बेचा जा रहा है तो एक दिन ऐसा आएगा जब मनुष्यों को जिन्दा बेचा जाएगा।

मुनिश्री ने भारत देश के सभी अहिंसा के पुजारियों से कहा कि भारत सरकार के पशु पालन विभाग में जीमेल के माध्यम से आपत्तियां लगाएं हमारा काम है राजा को सचेत करना अगर सरकार नही मानेगी तो कम से कम उन पशुओं की हत्या के पाप से आप बच जाओगे यदि आपने आपत्ति नहीं लगाई तो आप सबको निर्यात होने वाले उन मूक पशुओं की हत्यारा माना जाएगा।

इस संबध में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य,जैन समाज झांसी के संरक्षक अजित कुमार जैन,राजीव जैन सिर्स,पंचायत कार्याध्यक्ष युथप सर्राफ 'पिंकी', कनिष्ठ उपाध्यक्ष वरुण जैन,ऑडिटर राजकुमार भण्डारी, करगुंवा तीर्थ मंत्री संजय सिंघई,प्यावल मंत्री खुशाल जैन, सदस्य रविन्द्र जैन रेल्वे,पंचायत मनोनीत सदस्य गौरव जैन नीम,सौरभ जैन सर्वज्ञ,उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण जैन,वरिष्ठ व्यापारी नेता शैलेन्द्र जैन,अशोक जैन रतनसेल्स,अमित जैन प्रधान,संजय जैन कर्नल,विकास जैन करगुंवा,दिनेश जैन डीके,मनोज सिंघई,अलंकार जैन,संजय अछरौनी,अरुण जैन सिर्स,धरनेंद्र जैन डॉली, सचिन सर्राफ,सम्यक भण्डारी,गौरव जैनम,विकल्प जैन,सजल जैन चैनू,सुयोग भण्डारी,अंकित सर्राफ,संयोग भण्डारी,अंचल जैन लवी,दीपांक सिंघई,अमन विरागप्रिय एवं जैन महिला समाज की अध्यक्षा श्रीमती सरोज जैन के नेतृत्व में शीला सिंघई,रीता जैन,शशि जैन,बबली जैन, डॉ राखी जैन,अंजलि जैन सिर्स,कल्पना जैन,अंजू जैन,सुधा सर्राफ,अनीता जैन,प्रिया जैन,अर्चना जैन,रूबी जैन,पूजा जैन,सीमा नायक,शोभा जैन,मेघा जैन,ममता जैन,रानी जैन,कल्पना जैन चैनू,दीप्ति जैन,मनीषा सिंघई,नेहा जैन,सारिका सिंघई,आकांक्षा जैन,ऐना जैन,सिद्धि जैन,आकृति जैन,दीपाली सिंघई सहित हजारों लोगों ने तत्काल पशुपालन विभाग की मेल आईडी पर आपत्ति दर्ज कराई।

जानकारी देते हुए अखिल भारतीय विनिश्चय ग्रुप के प्रवक्ता सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि भारत सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा जारी प्रस्ताव पर आपत्ति लगाने की आखिरी तारीख 17 जून हैं सभी अहिंसक,जीवदया,शाकाहार प्रेमी [email protected] with copy at [email protected]. इस पर अपनी आपत्ति अवश्य भेजे। वहीं युवा समाजसेवी गौरव जैन नीम ने कहा कि इस संबध में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को भी में पत्र मेल करें जिससे संपूर्ण देश की अहिंसक समाज की भावनाओं से वह अवगत होकर इस प्रस्ताव को तत्काल निरस्त कराएं।

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