Jhansi News: असद-गुलाम एनकाउंटर की जांच करने पहुंची न्यायिक आयोग की टीम, चश्मदीदों के होंगे बयान

Jhansi News: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद खान और शूटर मोहम्मद गुलाम की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत की जांच के लिए दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम झांसी पहुंच गई है। यह टीम 17 व 18 अगस्त को सर्किट हाउस में मुठभेड़ के चश्मदीदों या अन्य जानकारी रखने वालों के बयान दर्ज करेगी।

Update: 2023-08-17 10:41 GMT

Jhansi News: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद खान और शूटर मोहम्मद गुलाम की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत की जांच के लिए दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम झांसी पहुंच गई है। यह टीम 17 व 18 अगस्त को सर्किट हाउस में मुठभेड़ के चश्मदीदों या अन्य जानकारी रखने वालों के बयान दर्ज करेगी। आयोग के समक्ष ऐसा कोई भी व्यक्ति मुठभेड़ के संबंध में अपने बयान दर्ज करा सकता है, जिसे इस मामले की जानकारी हो। बयान दर्ज कराने के लिए संबंधित व्यक्ति को अपना पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। बता दें कि पारीछा प्लांट के पास 13 अप्रैल को एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में असद खान और मोहम्मद गुलाम मारे गए थे। इसकी जांच दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग टीम कर रही है। टीम में हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज राजीव लोचन मेहरोत्रा व रिटायर्ड पुलिस महानिदेशक विजय कुमार गुप्ता शामिल हैं। इस मौके पर सर्किट हाउस में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

टीम के सामने कोई भी दर्ज करा सकता है बयान

चार माह पहले हुए असद खान और मोहम्मद गुलाम के एनकाउंटर की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग की दो सदस्यीय टीम यहां के सर्किट हाउस में कैंप कार्यालय बनाकर 17 और 18 अगस्त को स्वतंत्र साक्ष्य जुटाएगी। दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कोई भी व्यक्ति आयोग के समक्ष पेश होकर मुठभेड़ के संबंध में अपने बयान दर्ज करा सकता है। शुक्रवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक बयान दें सकेंगे। इसको लेकर झांसी पुलिस पूरे जनपद में सार्वजनिक स्थानों पर पर्चे चस्पा किए हैं।

कोई भी व्यक्ति अपना बयान दर्ज करवा सकता

पुलिस की ओर से जगह-जगह पर्चे चस्पा किए गए हैं। इसमें लिखा है, असद खान और मोहम्मद गुलाम की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ की न्यायिक जांच की जा रही है। एनकाउंटर से संबंधित प्रत्यक्षदर्शी, तथ्यों और परिस्थितियों को जानने वाले व्यक्ति अपना बयान दर्ज कराने के लिए आयोग आमंत्रित करता है। 17 और 18 अगस्त को सर्किट हाउस स्थित कैंप कार्यालय में आयोग के सदस्य बयान दर्ज करेंगे। इसलिए प्रत्यक्षदर्शी-जानकार व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से अपना कथन अंकित कराने के लिए तथ्यात्मक अभिलेखों और पहचान पत्र सहित उपस्थित हो सकते हैं।

रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में हो रही हैं जांच

24 फरवरी 2023 को प्रयागराज में दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उनके दो सुरक्षाकर्मी भी मारे गए थे। हत्याकांड में शामिल आरोपियों की यूपी एसटीएफ तलाश कर रही थी। 13 अप्रैल को एसटीएफ ने झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के पारीछा बांध के कच्चे रास्ते पर मुठभेड़ में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद खान और शूटर मोहम्मद गुलाम को मार गिराया था। इसके बाद सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राजीव लोचन मेहरोत्रा की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था। इसमें रिटायर्ड डीजी विजय कुमार गुप्ता सदस्य हैं।

26 अप्रैल को आयोग कर चुका हैं घटनास्थल का दौरा

26 अप्रैल को न्यायिक आयोग ने झांसी आकर घटनास्थल का जायजा लिया था। एसटीएफ ने जिस स्थान पर असद और गुलाम के साथ मुठभेड़ का दावा किया था, उस स्थान पर पहुंचकर न्यायिक आयोग की टीम ने परिस्थितियों को समझने की कोशिश की। घटनास्थल पर आने और यहां से जाने वाले रास्तों की पड़ताल के साथ ही एसटीएफ की ओर से एफआईआर में बताई गई कहानी को न्यायिक आयोग ने समझने की कोशिश की थी।

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