Jhansi News:आईसीएआर के वैज्ञानिकों का कृषि क्षेत्र में है बहुत बड़ा योगदान हैः नरेन्द्र सिंह तोमर
Jhansi News:पशुचिकित्सा विज्ञान तथा मात्स्यिकी महाविद्यालयों का किया उद्घाटन। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बोले-बुंदेलखण्ड के लिए केन्द्र सरकार से मिली बहुत बड़ी सौगात।
Jhansi News: केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि आईसीएआर के वैज्ञानिकों का कृषि क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। जिसके कार्यकाल में कोई भी शासकीय शुभारम्भ होता है वही उद्घाटन उसी कार्यकाल में हो जाय यह बहुत कम ही हो पाता है। यह सब डबल इंजन की सरकार से सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा, बुंदेलखण्ड खेती के लिए जाना जाता था लेकिन कुछ समय पहले पलायन के लिए जाना जाता था। यह बात उन्होंने दतिया के ग्राम नौनेर में पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान तथा मात्स्यिकी महाविद्यालयों का विधिवत उद्घाटन करते हुए कही।
खेती उसी की जिसके पास खेती का ज्ञान है
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में जो वैज्ञानिकों ने काम किया है उनका परिणाम यह आया कि बुंदेलखण्ड अब खेती के लिए जाना जाने लगा है। यहॉ जैविक प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। कृषि वैज्ञानिक हर चुनौती देने के लिए तत्पर है। आईसीएआर के वैज्ञानिकों का इन सब कामों में बहुत बड़ा योगदान है। आज हमारा देश दूसरों की मदद करने वाला देश बन गया है। कृषि विभाग पशुपालन एवं मत्स्य पालन पर भी ध्यान दे रहा है। इन विभागों से देश को लाभ प्राप्त हुआ है। पहले कहते थे खेती उसी की जिसके पास पानी है। आज कहावत बदल गई है कि खेती उसी की जिसके पास खेती का ज्ञान है।
गृह मंत्री, मध्य प्रदेश नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बुंदेलखण्ड के लिए केन्द्र सरकार से मिली बहुत बड़ी सौगात है। केन्द्रीय कृषि मंत्री तोमर जी एवं भारत सरकार व रालबा. के.कृ.वि.वि. के सभी अधिकारियों का आभार प्रकट करता हूं कि आप लोगों ने इस क्षेत्र के लिए इतनी अमूल्य धरोहर दी है। निश्चित ही दोनों महाविद्यालय छोटे व मध्य वर्गीय किसानों के शसक्तीकरण में मील का पत्थर साबित होंगे। दतिया-भिण्ड सांसद संध्या राय ने आशा जतायी कि दोनों महाविद्यालय किसानों के आय बढ़ाने एवं युवाओं को रोजगार परक शिक्षा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायगे। भारत सरकार 60 प्रतिशत सब्सिडी महिलाओं को मत्स्य पालन में दे रही है। महानिदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली डॉ. हिमांशु पाठक ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है कि यहां आज दो महाविद्यालय सहित छात्रावास बने हैं।
उन्होंने कहा कि हमेशा चार चीजों से क्षेत्र का विकास सम्भव हो पाता है इनमें शिक्षा, कौशल, अनुसंधान व प्रसार हैं। इन्हीं चार चीजों से इस क्षेत्र का विकास मुझे देखने को मिल रहा है। बुंदेलखण्ड क्षेत्र बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से जो भी आवश्यकताएं पड़ेगी उनको पूरा किया जाऐगा। रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. पंजाब सिंह ने कहा कि बहुत कम समय में यहां के लिए यह दो महाविद्यालय बहुत बड़ा उपहार है। यहां न केवल शिक्षा बल्कि शोध, प्रशिक्षण एवं अन्य बहुत सी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं। यहां के गृह मंत्री, क्षेत्रीय सांसद की भी बड़ी भूमिका रही है।
दतिया नौनेर में दो महाविद्यालय पशुचिकित्सा एवं मात्स्यिकी होंगे शुरू
रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि दतिया नौनेर में दो महाविद्यालय पशुचिकित्सा एवं मात्स्यिकी इसी वर्ष से प्रारम्भ होंगे। इसमें जितनी अधिक से अधिक सुविधाएं होनी चाहिए वह दी गईं है। इन्हीं में दो छात्रावास जिनका नाम पहुंज एवं वेतवा के नाम पर रखा गया है। उन्होंने मंत्री एवं महानिदेशक द्वारा विवि में सभी पदों एवं अन्य सुविधाओं की स्वीकृति प्रदान करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर कृषि विवि झाँसी के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एसएस सिंह, निदेशक शोध डॉ. एसके चतुर्वेदी, निदेशक शिक्षा डॉ. अनिल कुमार, अधिष्ठाता कृषि डॉ. आरके सिंह, अधिष्ठाता मत्स्यकी डॉ. वीके वेहरा, कुलसचिव डॉ. मुकेश श्रीवास्तव , पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. एसएस कुशवाह, अधिष्ठाता उद्यानिकी एवं वानिकी डॉ. एमजे डोबरियाल सहित दतिया जिले के सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे। संचालन डॉ. आशुतोष शर्मा एवं आभार डॉ. वीपी सिंह ने व्यक्त किया।