Jhansi News: सूखे बुन्देलखण्ड में लहलहाने लगी धान की फसल, रकबे में हो रही बढोत्तरी
Jhansi News: जिले में हर साल धान के रकबे में बढोत्तरी हो रही है।सिंचाई के साधनों की बढोत्तरी से धान की खेती का क्रेज बढ़ा है।
Jhansi News: खेती के लिहाज से सूखे के रूप में अपनी पहचान रखने वाला बुन्देलखण्ड योगी सरकार के प्रयासों से अपनी तस्वीर बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। झांसी जिले में पिछले कई वर्षों में धान की पैदावार को लेकर किसानों के बीच क्रेज बढ़ता दिखाई दे रहा है। यहां हर साल बुवाई के क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी होती दिखाई दे रही है। इस वर्ष भी झांसी जिले में शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य से दोगुने से अधिक बुआई का आंकलन किया जा रहा है।इसके साथ ही बुंदेलखंड के किसानों को भी फसलों की पैदावार से अच्छा धन मिलेगा,जिससे बुंदेलखंड के किसानों की आय में अधिक से अधिक मुनाफा होगा। वहीं किसान भी अब सूखे ग्रहस्त खेत में खेती कर सकेंगे।
झांसी में हर साल धान के रकबे में बढोत्तरी
झांसी में वर्ष 2021-22 में धान की बुआई लगभग 8844 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की गई थी। वर्ष 2022-23 में 8850 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुआई की गई। वर्ष 2023-24 में 13250 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की बुआई हुई। वर्ष 2024-25 के लिए 9365 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुआई का लक्ष्य रखा गया है लेकिन कृषि विभाग का अभी तक का आंकलन है कि जनपद में लगभग 22,570 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की बुआई की जा रही है। कुल 25 से 30 हजार हेक्टेयर के बीच बुआई होने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही हर वर्ष धान के रकबे में बढ़ोतरी दीखाआई दे रही है।
नहरों का संचालन बेहतर होने से बढ़ा धान का रकबा
झांसी के जिला कृषि अधिकारी कुलदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि सरकार किसानों को खेती के लिए हर तरह की सुविधा और मदद उपलब्ध करा रही है। नहरों का संचालन बेहतर होने से झांसी में किसान धान की खेती की ओर अग्रसर हुए हैं। सिंचाई के लिए सोलर पंप से भी किसानों को काफी मदद मिल रही है। बीज, उर्वरक और कृषि रक्षा रसायनों के संतुलित प्रयोग ने किसानों को धान की खेती में सफलता के लिए प्रेरित किया है।