Jhansi: बुंदेलखंड की जनता का हाल-बेहाल, हड़ताल के चलते थमे टैंकर के पहिए...पेट्रोल पंप पर बढ़ी भीड़
Hit And Run Law: पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन ने बताया कि, 'ट्रांसपोर्ट की हड़ताल के कारण पब्लिक पैनिक है। कोई भी परेशान न हो, प्रशासन व हम कोशिश कर रहे हैं। रात को पेट्रोल की गाड़ियां आने वाली है। इसलिए जितनी जरूरत हो, उतना ही ईंधन भरवाएं।
Jhansi News: देश में लागू 'हिट एंड रन कानून' (Hit And Run Law) में किए गए बदलाव का बुंदेलखंड में जमकर विरोध हो रहा है। इस कानून के विरोध में पूरे बुंदेलखंड में बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर हैं। नए साल के मौके पर जहां लोग घूमने निकलते हैं, वहीं मंगलवार (02 जनवरी) को भी बसों के पहिए थमे रहे।
पेट्रोल पंप पर बढ़ी भीड़
देश भर में लागू 'हिए एंड रन कानून' में किए गए बदलाव का विरोध हो रहा है। बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर है। स्थितियां ये हैं कि झांसी के स्वामी सर्विस स्टेशन सिजवाहा, प्रमोद पैट्रोल पंप, अनिल पेट्रोल पंप, सदर बाजार स्थित पुष्पवाटिका फिलिंग स्टेशन सहित पूरे शहर और ग्रामीण क्षेत्रो के पंपों पर काफी भीड़ लगी रही। पेट्रोल पंपों पर भी पेट्रोल-डीजल भरवाने वालों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई है। यहां खड़े लोग आधे से पौने घंटे तक अपनी बारी आने का इंतजार करने के बाद पेट्रोल भरवा रहे हैं।
क्या कहा पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन ने?
पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन ने बताया कि, 'ट्रांसपोर्ट की हड़ताल के कारण पब्लिक पैनिक है। कोई भी परेशान न हो, प्रशासन व हम कोशिश कर रहे हैं। रात को पेट्रोल की गाड़ियां आने वाली है। साथ ही अन्य गाड़ियां भी आती रहेंगी। लेकिन इतना जरूर है कि जिसको जितनी जरुरत है, वो उतना ही पेट्रोल-डीजल खरीदें। इसका स्टॉक न करें। उन्होंने बताया कि, स्टॉक कम जरूर है, फिर भी घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन से लगातार बैठक जारी है। हम लोगों को परेशान नहीं होने देंगे।'
विरोध है जारी
ड्राइवर संघ ने सरकार द्वारा लाए गए ड्राइवरों के लिए नए कानून, जिसमें एक्सीडेंट होने पर चालकों को दस साल का कारावास और सात लाख रुपये का जुर्माना का प्रावधान रखा गया है। इस नए कानून का विरोध सड़कों पर देखने को मिला। वहीं संघ का कहना है कि जब तक सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी तो तीन दिन तक ड्राइवर संघ शांतिपूर्ण तरीके से इसका विरोध करता रहेगा। अगर, आगे सरकार हमारी जायज मांगों को नहीं मानेगी तो तीन दिन बाद चालक और परिचालक संघ उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होगा।
सभी तरह की बसें बंद, यात्रियों की फजीहत
झांसी के विभिन्न रूट पर संचालित होने वाली 400 बसें ज्यादा बसों का संचालन नहीं हुआ। पूरे झांसी, मऊरानीपुर आदि स्थानों से रोज अप-डाउन करने वाले यात्रियों की फजीहत हो गई। उन्हें अंदेशा नहीं था कि सुबह से ही विरोध जोर पकड़ लेगा। ये यात्री समय पर बस स्टैंड तक पहुंचे तो पता चला कि सभी यात्री बसें बंद हैं। इन लोगों ने अन्य बसों से भी जाने की कोशिश की लेकिन सभी बंद थी। इसके चलते कई तो घर लौट गए जबकि कुछ अन्य वाहनों से अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।