Jhansi News: रबी मौसम की बुवाई के लिए गुणवत्तायुक्त बीजों का करें चयन
Jhansi News: डॉ. मनोज कुमार सिंह और डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीजों के प्रयोग से उत्पादकता/उत्पादन में लगभग 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है।
Jhansi News: रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के वैज्ञानिकों ने रबी सीजन के लिए गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करने की सलाह दी है। डॉ. मनोज कुमार सिंह और डॉ. जितेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीजों के प्रयोग से उत्पादकता/उत्पादन में लगभग 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है। दोनों वैज्ञानिकों ने बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले बीजों में 98 से 100 प्रतिशत आनुवंशिक शुद्धता होती है, ये अन्य फसलों के बीजों और खरपतवारों से मुक्त होते हैं, रोग और कीट मुक्त होते हैं, इनमें अंकुरण क्षमता अच्छी होती है और ये अच्छी उपज देते हैं। जिससे खेत में जमाव और अंत: उपज अच्छी होती है।
दोनों वैज्ञानिकों ने कहा अतः उत्तम कोटि का बीज प्राप्त कर किसान पुराने बीजों को बदलते हुए, प्रमाणित बीजों से बुवाई करें, जिससे उनकी फसलों के उत्पादन में वृद्धि हो। शोधित बीज बच जाने पर पुनः प्रयोग करें। उन्होंने कहा किसान अपनी फसलों के बीज जैसे - समस्त दलहनी, तिलहनी एवं धान्य फसलों का बीज प्रत्येक वर्ष बदल कर बुवाई करें। वैज्ञानिकों ने कहा किसान सदैव प्रजनक, आधार और प्रमाणित प्रकार के बीज ही प्रयोग करें। कई बीमारियां हैं जो बीज के माध्यम से फैलती हैं। यदि संक्रमित बीजों का उपयोग अगली फसल के लिए किया जाता है, तो बीज जनित रोग खेत में स्थानांतरित हो जाते हैं। इसलिए बीज, स्वस्थ पौधों से प्राप्त करना चाहिए।
उन्होंने कहा बोने से पहले बीजों को सुरक्षा कवच अवश्य पहनाएं। इसके लिए बीज शोधन 2 प्रतिशत प्रति किलोग्राम बावस्टीन या थीरम नामक दवाई से उपचार करें। इसके साथ ही दलहनी फसलों को राईजोबियाम संबर्धन से उपचारित करें। रबी फसलों के लिए शोध में उपयोगी पाए गए अन्य जैविक एवं रासायनिक बीजोपचार, फसलों की संस्तुति के अनुसार अवश्य करें।