Jhansi News: पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ अवसर पर स्मृति ईरानी बोली- कामगारों को मिलेगा आर्थिक सहायता

Jhansi News: स्मृति ईरानी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा सम्मान योजना का उद्देश्य परंपरागत कामगारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 शिल्पों को शामिल किया जाएगा।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2023-09-17 18:59 IST

Jhansi News(Pic:Newstrack)

Jhansi News: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना" का आभासी शुभारंभ नई दिल्ली स्थित द्वारका में किया गया, उक्त कार्यक्रम का सजीव प्रसारण केंद्रीय मंत्री, महिला एवं बाल विकास एवं अल्पसंख्यक मामले, भारत सरकार, स्मृति जुबिन ईरानी की गरिमामयी उपस्थित तथा मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, उत्तर प्रदेश सरकार बेबीरानी मौर्य के विशिष्ट आतिथ्य में पं0 दीनदयाल उपाध्याय सभागार झांसी में दिखाया गया।  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्मृति जुबिन ईरानी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा सम्मान योजना का उद्देश्य परंपरागत कामगारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इस योजना में 5 फीसदी की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक लोन मिलेगा। सरकार इस योजना में 13,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। योजना के लाभार्थियों को टूलकिट भी दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनपद झांसी में डिफेंस कॉरिडोर एवं जनपद ललितपुर में बल्ख ड्रग्स पार्क की स्थापना के पश्चात यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा, जिससे बुंदेलखंड निवासियों को रोजगार के लिए अन्य शहरों में नहीं जाना होगा।

इस अवसर पर मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि विश्वकर्मा जी हस्तशिल्प कामगारों के भगवान के रूप में जाने जाते हैं, इनकी समृद्धि, विकास एवं उन्नति के लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम विश्वकर्मा जैसी महत्वपूर्ण योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे शिल्पकार भाई इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ अनिवार्य रूप से लेते हुए अपना विकास कर राष्ट्र की उन्नति में सहयोगी बने।

कार्यक्रम में सांसद, झांसी ललितपुर लोकसभा क्षेत्र अनुराग शर्मा ने कहा की प्रधानमंत्री के द्वारा नए भारत के निर्माण अंतर्गत भागीरथ की भांति प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन हस्तशिल्प कामगारों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण दिन है। भारत के इतिहास निर्माण में विशेष भूमिका रखने वाली स्थापत्य कलाओं के लिए शिल्पकारों का विशेष योगदान रहा है। इस योजना के संचालन के पश्चात बुंदेलखंड क्षेत्र के कामगार युवाओं को इसी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे एवं उन्हें रोजगार के लिए दूसरे शहरों की ओर पलायन नहीं करना होगा।

इस अवसर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर "पी0एम0 विश्वकर्मा योजना" का शुभारंभ किया गया। इस योजना के अंतर्गत देश के परंपरागत 18 ट्रेड से जुड़े कारीगरों एवं शिल्पकार (जैसे- बड़ई, अस्त्रकार, नाव बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथोड़ा और टूल किट बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मरम्मत्कार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/क्वाचर/झाड़ू बनाने वाले, गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, माली, धोबी दर्जी, मछली का जाल बुनना वाले इत्यादि) को "विश्वकर्मा" के रूप में विशिष्ट पहचान दिलाते हुए उनकी कौशल वृद्धि, उन्नतशील टूल्स, कॉलेटरल फ्री ऋण, डिजिटल भुगतान एवं ब्रांडिंग सपोर्ट करने का उद्देश्य निर्धारित किया गया है।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद विमल कठेरिया, महापौर नगर निगम बिहारी लाल आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष पवन कुमार गौतम, विधायक सदर रवि शर्मा, विधायक बबीना राजीव सिंह परीक्षा, विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत, विधायक मऊरानीपुर रश्मि आर्य, सदस्य विधान परिषद राम निरंजन, जिला अध्यक्ष भाजपा अशोक गिरी, जिलाअध्यक्ष नगर भाजपा हेमंत परिहार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, नगर मजिस्ट्रेट वरुण कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सुनील जैन, सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण एवं जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।

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