Jhansi News: बेटे ने नम आंखो से मेडिकल कॉलेज को दान किया पिता का शव, पूरी की पिता की अंतिम इच्छा

Jhansi News: बेटा आनंद सोनी ने बताया कि पिता ने पांच दिन पहले ही मौत के बाद उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज में दान करने की इच्छा रखी थी। पिता का इस इच्छा का उदेश्य था कि देह का मेडिकल की स्टेडीज में उपयोग हो सके।

Report :  Gaurav kushwaha
Update: 2024-05-12 05:29 GMT

बेटे ने दान किया पिता का शव (Pic: Social Media)

Jhansi News: 18 साल पहले दूर संचार विभाग से रिटायर्ड हुए डिप्टी मैनेजर ने अपने बेटों से मरने के बाद देहदान करने की अंतिम इच्छा रखी, जिससे मेडिकल छात्रों को पढ़ाई में आसानी हो सके। पिता के निधन होने के बाद परिजन पिता की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए पिता के शव को मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे और पिता के शव को दान कर दिया। इस दौरान परिजनों की आंखें नम हो गई। सभी ने श्रद्धांजलि दी और देह मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया।

डिप्टी मैनेजर के पद से थे रिटायर्ड 

मृतक कृष्ण कुमार सोनी (78) बीएचईएल टाउनशिप के रहने वाले थे। कृष्ण कुमार सोनी के दो बेटे और एक बेटी है। आनंद से छोटा अनुपम इंदौर में रहता है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वहीं,एक बेटी अनुराधा की वे शादी कर चुके थे। अनुराधा अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रहती है। पत्नी का नाम चंद्रकिरण सोनी है। उनका बड़ा बेटा आनंद सोनी बीएचईएल में सीनियर डीजीएम के पद पर कार्यरत है। बेटे ने बताया कि पिता कृष्ण कुमार सोनी दूर संचार विभाग में सर्विस करते थे। 2006 में वह जबलपुर से डिप्टी मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे। इसके बाद मेरे साथ ही रह रहे थे।

मेडिकल साइंस में तरक्की हो इसलिए देह किया दान

बेटा आनंद सोनी ने बताया कि पिता ने पांच दिन पहले ही मौत के बाद उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज में दान करने की इच्छा रखी थी। पिता का इस इच्छा का उदेश्य था कि देह का मेडिकल की स्टेडीज में उपयोग हो सके। मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स देह से कुछ सीख सकें। देह का यूज करके रिसर्च आदि कर सके। ताकि मेडिकल साइंस में तरक्की हो सके।पिता की मौत होने की सूचना पर अनुपम और अनुराधा झांसी पहुंच गए। इसके बाद तीनों बच्चे और उनके परिजन शव लेकर दोपहर में मेडिकल कॉलेज पहुंचे।सभी ने नम आंखों से शव का दान कर दिया।

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