Jhansi News: महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही महिला हेल्पलाइन डेस्क
Jhansi News: शोहदों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही काउंसलिंग और सुलह-समझौता भी करा रही है।
Jhansi News: महिला सहायता प्रकोष्ठ व महिला हेल्पलाइन डेस्क से महिलाओं को काफी मदद मिल रही है। इसके कारण ही महिलाएं बेझिझक अपनी बात रख रही हैं। हेल्प डेस्क के पास पहुंच रहे मामलों के निस्तारण में भी तेजी दिखाई गई है।
महिला सुरक्षा यूपी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है और इसे लेकर आने वाले नवरात्र व सावन माह में विशेष अभियान चलाया जाएगा। मिशन शक्ति के जरिए सरकार मातृ शक्ति को सुरक्षा, सम्मान औऱ स्वावलंबन दिला रही है। सरकार के इस प्रयास में महिला हेल्पलाइन डेस्क भी अहम भूमिका निभा रही है। शोहदों औऱ असामाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही काउंसलिंग औऱ सुलह-समझौता भी करा रही है। वहीं, सख्त कानून और महिला सुरक्षा के कारण बालिका-महिलाएं सुरक्षा पूर्वक कहीं भी आ जा रही हैं।
काउंसिलिंग से सुलझाए जा रहे मामले
मिशन शक्ति योजना ने महिलाओं को भयभुक्त होकर घरों से निकलने की आजादी दी है। योजना मनचलों को सबक सिखा रही है। वहीं विवादों को काउंसिलिंग के जरिए मामले सुलझाए जा रहे हैं। महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर कहीं से भी शिकायत की जा सकती है। शिकायतकर्ता का नाम-पता गुप्त रखा जाता है। पारिवारिक मामलों से जुड़े प्रकरण भी प्रकोष्ठ में पहुंचते हैं जिनका निस्तारण काउंसलिंग और अन्य माध्यमों से किया जाता है।
सात माह में महिला हेल्प डेस्क के पास आए सात सौ से ज्यादा प्रकरण
सीओ सदर स्नेहा तिवारी ने बताया कि प्रेमनगर थाना में महिला हेल्प डेस्क स्थापित है। प्रेमनगर थाना प्रभारी शिवकुमार सिंह के निर्देशन में महिला हेल्प डेस्क पर आने वाले प्रकरणों का निस्तारण किया जा रहा है। सात माह में सात सौ से ज्यादा प्रकरण आए, जिसमें पांच सौ प्रकरणों का आपस समझौता के माध्यम से निराकरण किया गया। 22 पर एफआईआर, 43 पर एनसीआर, 89 पर निरोधात्मक और शेष लोगों के खिलाफ अन्य कार्रवाई की गई है। उनका कहना है कि महिला सहायता प्रकोष्ठ के माध्यम से काउंसलिंग करके भी मामले सुलझाए जा रहे हैं। महिला हेल्प डेस्क पर मुख्य महिला आरक्षी राधेश कुमारी औऱ मनीषा चौधरी पोस्टिड है।
मिशन शक्ति से दूर किया डर
सीओ सदर स्नेहा तिवारी ने बताया कि मिशन शक्ति ने अभिभावकों के अंदर से भी डर खत्म किया है। महिलाओं में आत्मविश्वास भर दिया है, जिससे वे बेझिझक अपनी बात कहने और शिकायत करने से डर नहीं रही हैं। विभिन्न हेल्पलाइन नंबर व हेल्प डेस्क भी मददगार साबित हो रही है। इसी तरह एंटोरोमियो में महिला आरक्षी आशा तोमर, नमृता सिंह, सिल्की राठौर और कंचन पाल शामिल है।