Jhansi News: योगी सरकार के मिशन निरामया ने अभिनव प्रयोग को दिया बढ़ावा
Jhansi News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मिशन निरामया के माध्यम से स्वास्थ्य सेक्टर पर खास तौर से फोकस किया जा रहा है। इसी के तहत झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय पैरामेडिकल ट्रेनिंग कालेज के विद्यार्थियों और फैकल्टी ने एक खास तरह का डिवाइस विकसित किया है।
Jhansi News: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मिशन निरामया के माध्यम से स्वास्थ्य सेक्टर पर खास तौर से फोकस किया जा रहा है। इसी के तहत झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय पैरामेडिकल ट्रेनिंग कालेज के विद्यार्थियों और फैकल्टी ने एक खास तरह का डिवाइस विकसित किया है। यह डिवाइस इंजेक्शन के ऐमपूल को तोड़ने में मददगार होगा। यह डिवाइस अपनी तरह का पहला डिवाइस है और इसे पेटेंट के लिए फाइल किया गया है। एक प्राइवेट कंपनी की मदद से बहुत जल्द यह डिवाइस तैयार होकर बिक्री के लिए भी उपलब्ध होगा।
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महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय पैरामेडिकल ट्रेनिंग कालेज के निदेशक डॉ अंशुल जैन ने बताया कि मिशन निरामया के तहत योगी सरकार अभिनव प्रयोगों को प्रोत्साहित कर रही है। नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की एक बड़ी संख्या हमारे पास है। हम इनका उपयोग वैश्विक स्तर के कार्यबल के रूप में उपयोग करना चाहते हैं और इसके लिए इनकी कार्यक्षमता को बेहतर करने पर जोर दे रहे हैं। मिशन निरामया के तहत हम झांसी को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की तरह विकसित कर रहे हैं। इसके तहत किसी भी नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टूडेंट के पास कोई समस्या कथन है तो हम उसके आधार पर डिवाइस बनाने की संभावना देखते हैं। इसी आधार पर मैनुअल ऐमपूल कटर बनाने का आइडिया बच्चों ने दिया था।
डॉ अंशुल जैन के अनुसार बहुत ही कम लागत में इस इक्विपमेंट को डिजायन किया गया है, जिसकी लागत 100 से 300 रुपए हो सकती है। नर्सों की और डाक्टरों की रोजमर्रा की समस्या होती है कि इंजेक्शन के ऐमपूल को तोड़ा कैसे जाए। आमतौर पर इसे चाभी से, ताले से या किसी अन्य तरह से तोड़ते हैं। यह जो कटर तैयार किया गया है, बेहद सॉफ्ट ऐमपूल कटर है। इससे चोटिल होने, दवा फैलने या कांच बिखरने का खतरा नहीं है। इसे बहुत जल्द बाजार में लाने की तैयारी है।