Kannauj News: पूर्व सपा विधायक अनिल दोहरे के आवास पहुंचे राज्य मंत्री असीम अरुण, सैल्यूट कर दी श्रद्धांजलि

Kannauj News: असीम अरुण ने अनिल दोहरे का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से न होने की गलती स्वीकारते हुए परिजनों से क्षमा मांगी।

Update:2023-10-10 15:10 IST

Minister of State Asim Arun  (photo: social media )

Kannauj News: कन्नौज की सदर सीट से तीन बार समाजवादी पार्टी के विधायक रहे अनिल दोहरे बीते दिन लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। मंगलवार सुबह उनके निजी आवास पर योगी सरकार के राज्य मंत्री असीम अरुण पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले अनिल दोहरे को सैल्यूट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने अनिल दोहरे के अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान न होने की गलती स्वीकारते हुए परिजनों से क्षमा मांगी।

बताते चलें कि सदर विधानसभा सीट से सपा के पूर्व विधायक रहे अनिल दोहरे का 6 अक्टूबर को निधन हो गया था। उनके लीवर में कैंसर की शिकायत थी, जिसका इलाज चल रहा था। गुरुवार की शाम करीब 4 बजकर 13 मिनट पर एसजीपीजीआई लखनऊ में 59 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई थी। इसके बाद उनके अंतिम संस्कार पर राजकीय सम्मान न होने पर राजनीति भी गर्म हो गयी थी। हालांकि इस बात को लेकर भाजपा सरकार के राज्य मंत्री ने इस बीच एक ट्वीट के माध्यम से अपने कन्नौज में न होने की बात कही थी, उनका कहना था कि मैं अभी बाहर हूँ और जब वह कन्नौज पहुंचेंगे तो अवश्य इस बात की माफी मांगेंगे। इसके बाद मंगलवार की सुबह वर्तमान सरकार के मंत्री एवं सदर विधायक असीम अरुण सपा के पूर्व विधायक अनिल दोहरे के आवास पहुंचे। जहां पर अनिल दोहरे को पहले सलामी दी और उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उन्होंने कहा है वह उनके बड़े भाई थे, इसलिए उनके बेटे और उनकी बेटी पूर्व विधायक के सपने को पूरा करेंगे। इसके साथ ही पूर्व में गलती की क्षमा मांगी।

एक छोटे से गाँव के रहने वाले थे पूर्व विधायक

पूर्व विधायक अनिल दोहरे कन्नौज जिले के एक छोटे से गाँव टिकैयापुर्वा के रहने वाले थे जो अनौगी क्षेत्र में आता है। उन्होंने 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट से कन्नौज सदर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था। पहली ही बार चुनाव को जीतने के बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। सपा से वह लगातार 2022 तक सदर सीट से विधायक रहे। 2022 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण से चुनावी मैदान में हार गए थे। किंतु वर्तमान विधायक असीम अरुण ने निधन की जानकारी मिलते ही शोक संवेदना ट्विटर के माध्यम से व्यक्त की जबकि पूर्व विधायक के अंत्येष्टि में शामिल न हो पाने का दुख भी जाहिर किया।

राजकीय सम्मान न मिलने से सपाइयों में गुस्सा फूट पड़ा

तीन बार विधायक होने के बाद भी अंतिम संस्कार के समय राजकीय सम्मान न मिलने से सपाइयों में गुस्सा फूट पड़ा। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमारे पूर्व विधायक को राजकीय सम्मान न मिलने पर हम लोगों में रोष व्याप्त है। हालांकि इस गलती को स्वीकारते हुए राज्य मंत्री असीम अरुण ने कहा कि गलती तो गलती होती है। पूर्व पुलिस अधिकारी होने के तहत इस गलती को सुधारेंगे और आने वाली तेरहवीं कार्यक्रम में पूर्व में हुई गलती को सुधारने का प्रयास करेंगे।

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