Kannauj News : योगी जी! आपकी शिलान्यास वाली सड़क चंद दिनों में ही हाथ से उखड़ रही
Kannauj News : पीडब्लूडी की धांधली की पोल कैसे खुलती है, यह देखने के लिए आपको कन्नौज जिले के जलालाबाद आना पड़ेगा। यहां पाण्डेयपुर्वा मूसरी संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों द्वारा कराया गया है।
Kannauj News : पीडब्लूडी की धांधली की पोल कैसे खुलती है, यह देखने के लिए आपको कन्नौज जिले के जलालाबाद आना पड़ेगा। यहां पाण्डेयपुर्वा मूसरी संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों द्वारा कराया गया है।मजे की बात तो यह है कि हाल ही में चंद माह पूर्व बीती 3 फरवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने करीब दो करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सड़क मार्ग शिलान्यास भी किया था।
बताते चलें कि सत्ता पक्ष के ही ठेकेदार द्वारा पीडब्ल्यूडी के कोटे से बीते 21 दिनों पूर्व ही उपरोक्त मार्ग पर सड़क का निर्माणकार्य और डामरीकरण कराया गया था। मुख्यमंत्री योगी की जीरो टॉलरेंस नीति के निर्माण कार्य की धज्जियां अगर उनके ही ठेकेदार उड़ाएंगे तो जनता के बीच क्या संदेश जाएगा, यह शायद कहने की जरूरत नहीं है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांचने को जब प्रयास किया गया तो हालत यह थी कि 21 दिनों पूर्व ही नव निर्मित उपरोक्त मार्ग का डामर किसी कुदाल या फिर अन्य किसी औजार से खोदने की जरूरत नहीं पड़ी, बल्कि सड़क पर पड़ा डामर हाथों से ही उखड़ता दिखाई दे रहा था।
उठ रहे सवाल
सवाल यह है कि वर्तमान सरकार में जिले में कराये जाने वाले कार्य तो करा दिये जाते हैं, लेकिन केवल खानापूरी करके। स्थित यह होती है कि कमीशनखोरी के चक्कर में ठेकेदार से लेकर संबंधित जिम्मेदार तो अपना काम निपटाने के साथ खानापूरी करके बैठ जाते हैं, लेकिन इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है। मानक विहीन कार्यों के चलते अगर सड़क बनी तो गड्डे होने या टूट फूट के बाद यहां बारिश की मौसम में जनता को ही मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। फिर सवाल यह है कि कहे कौन?
जिले में कई जगहों पर हुये शासन स्तर के निर्माण कार्य में घोलमोल होने के बाद भी कोई जवाबदेह नहीं। इस मामले पर भी सरकार में बैठे जिम्मेदार क्या कदम उठाएंगे, यह भी आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल संबंधित ठेकेदार से लेकर विभागीय अधिकारियों पर सवालिया निशान तो लग ही चुका है।