Kannauj News: मनरेगा रोड पर निर्माण कार्य को लेकर महिलाओं ने खोला मोर्चा, प्रधान की अनियमित्ताओं पर उठे सवाल
Kannauj News: तिलपई डिगसरा में चकमार्ग रोड को मनरेगा के तहत बनवाया गया था। जहां दबंग व्यक्ति के द्वारा नींव खोदकर निर्माण कराया जा रहा हैं।
Kannauj News: कनौज के जलालाबाद क्षेत्र में प्रधान की सहमति से मनरेगा रोड पर निर्माण कराया जा रहा हैं। गांव में केवल एक ही निकास रोड होने के कारण महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची महिलाओं ने मामले के जानकारी डीएम को दी हैं।
जनपद के सदर तहसील क्षेत्र के ब्लॉक जलालाबाद के अंतर्गत मौजा तिलपई डिगसरा में चकमार्ग रोड को मनरेगा के तहत बनवाया गया था। जहां दबंग व्यक्ति के द्वारा नींव खोदकर निर्माण कराया जा रहा हैं। इसे रोकने के लिए गांव की महिलाओं ने जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला को शिकायती पत्र देते हुए बताया है कि मोहल्ला कहरौदा से एनएच-91 तक चक मार्ग ग्राम प्रधान और लेखपाल की मौजूदगी में पैमाईश कराकर मनरेगा के तहत बनवाया गया था। हम लोगों के लिए आने जाने का भी कोई दूसरा रास्ता नहीं हैं। दबंग व्यक्ति सुवेदार यादव, राजेंद्र उर्फ बबलू, रेवती यादव गुंडागर्दी के बल पर नींव खोदकर निर्माण कार्य करा रहे हैं। जबकि इसी रास्ते से बरात आती है और जाती भी है। इसके साथ ही जब किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं। उसकी अंतिम विदाई भी इसी रास्ते से ही होती हैं। इस दौरान पूरे मामले पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को जांच के आदेश दे दिए हैं।
सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहा ग्राम प्रधान
इसी तरह एक मामला जनपद के जलालाबाद ब्लॉक क्षेत्र के इनायतपुर गांव का भी सामने आया है, जहां विगत पांच वर्षों से विकास कार्य न होने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों ने आज जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की हैं। सदर तहसील क्षेत्र के गांव इनायतपुर निवासी पंकज कुमार ने बताया है कि विगत पांच वर्षो से गांव के प्रधान ने कोई विकास कार्य नहीं करवाया। इतना ही नहीं टूटी पड़ी नालियां भी नहीं सही करवाई। जिसके चलते जल भराव की समस्या विगत वर्षों अब तक बनी हुई हैं। गांव में बनी पुलिया भी डूब जाती है। इससे कई लोग अब तक चोटिल हो चुके हैं। फिलहाल इस संबंध में एसडीएम, डीएम, विधायक एवं मंत्री तक जानकारी पहुंचा चुके हैं। किंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जिससे हम ग्रामीणों को इस समस्या से निजात मिल पाता।