Kanpur Dehat News: कानपुर देहात इंडस्ट्रियल एरिया, पानी हो गया जहरीला, क्रोमियम कचरे ने बदल दी मिट्टी की तासीर
Kanpur Dehat News: औद्योगिक क्षेत्र रनियां के खानचंद्रपुर गांव के समीप की मिट्टी पीले रंग तब्दील हो गई है, यहां का पीने योग्य नहीं रह गया है। जिसके चलते ग्रामीण बीमार हो रहे हैं।
Kanpur Dehat News: कानपुर देहात के औद्योगिक क्षेत्र रनियां में डंप क्रोमियम स्थल और दो फैक्ट्रियों का एनजीटी की टीम ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मिली खामियों पर एनजीटी के अधिकारी नाराज हुए। उन्होंने फैक्ट्री संचालक, प्रदूषण विभाग के अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई। बाद में कुंभी स्थित कचरा निस्तारण कंपनी में क्रोमियम निस्तारण परिसर से दो-दो नमूने लिए गए।
औद्योगिक क्षेत्र रनियां के खानचंद्रपुर गांव के समीप की मिट्टी पीले रंग तब्दील हो गई है, यहां का पीने योग्य नहीं रह गया है। यानी पानी दूषित हो गया है जिसके चलते ग्रामीण बीमार हो रहे हैं। इसकी शिकायत होने के बावजूद प्रदूषण विभाग अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। खबर मीडिया में प्रसारित होने पर एनजीटी के अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर औद्योगिक क्षेत्र रनियां का दौरा किया। यहां की दो फैक्ट्रियों की टोंटी से पानी के एक-एक सैंपल लिया। क्रोमियम डंप स्थल से मिट्टी के दो नमूने लिए। वहीं गांव में टोटी व हैंडप से पानी का एक-एक नमूना लिया। यहां टीम ने लोगों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली।
पानी का रंग पीला
वही ग्रामीणों के मुताबिक हैंड पंप से निकलने वाला पानी का रंग पीला हो गया है। इसे पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। करीब 35 वर्षों से हैंडपंप से ऐसा पानी निकल रहा है। ग्रामीणों का कहना है पीने के लिए पानी या फिर बाहर से लेकर आएं नहीं तो खरीद कर पीना पड़ता है।
खानचंद्रपुर में छह फैक्ट्रियों का 85 हजार मीट्रिक टन क्रोमियम कचरा डंप था। एनजीटी की सख्ती पर कुंभी स्थित दो कंपनियों में कचरा निस्तारण कराया गया है। एनजीटी विभाग से मित्र कात्यायनी देवी, वैज्ञानिक अरविंद कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी मनोज कुमार क्रोमियम डंप स्थल पहुंचे थे।
मिट्टी के छह और पानी के चार नमूने लिए गए
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि मिट्टी के छह और पानी के चार नमूने लिए गए सभी नमूनों की लखनऊ की प्रयोगशाला में जांच कराई जाएगी जांच के उपरांत ही कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी।
खानचंद्रपुर गांव में स्थित एक फैक्ट्री के मैनेजर ने जानकारी देते हुए बताया कि टीम के द्वारा बोरवेल से निकलने वाले पानी का सैंपल लिया गया है। इसके साथ ही आसपास एरिया के पानी का सैंपल लिया गया है।