Kanpur News: नौसेना में ट्रेनिंग पूरी कर पहली अग्निवीर बनी किसान की बेटी, माता-पिता को किया सैल्यूट!
Kanpur News: नेहा यादव पढ़ने के साथ-साथ देश की सेवा के लिए दौड़ व डिफेंस कोचिंग कर रही थी। सरकार द्वारा अग्निवीर भर्ती निकाली गई। जिसमें नेहा ने भाग लिया और परीक्षा में सफल हो गई।
Kanpur News: जनपद में रहने वाली एक किसान की बेटी ने अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है। उसने साबित कर दिया है कि जज्बा हो तो कोई भी मंजिल नामुमकिन नहीं होती है। सरसौल निवासी विष्णुपाल यादव पेशे से किसान हैं। जो खेती कर परिवार को पाल रहे हैं। विष्णु के साथ पत्नी उर्मिला यादव और चार बेटी और एक बेटा है। जिसमें तीन की शादी कर चुके है। घर में अब बेटी नेहा यादव व बेटा जितेंद्र रहता है। बेटा नौकरी के साथ समाजसेवा भी करता है। बेटी नेहा यादव पढ़ने के साथ-साथ देश की सेवा के लिए दौड़ व डिफेंस कोचिंग कर रही थी। सरकार द्वारा अग्निवीर भर्ती निकाली गई। जिसमें नेहा ने भाग लिया और परीक्षा में सफल हो गई। 16 सप्ताह की कड़ी ट्रेनिंग पूरी कर घर आई तो गांव के लोगों संग दोस्तों व रिश्तेदारों ने माला पहनाकर उसका स्वागत किया और मिठाई खिलाई।
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घर में माता-पिता को किया सैल्यूट
घर पहुंचने से पहले गांव के बाहर उसके स्वागत के लिए लोग एकत्र हो गए। उसका माला पहना स्वागत किया गया। घर में बेटी को वर्दी में देख लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। माता पिता को देखा तो वो सैल्यूट मारकर उन्हें गले लगाकर रोने लगी। उसके पिता ने कहा- ‘ये आंसू खुशी के हैं।’
देश की सेवा में जाने को कर रही थी तैयारी
नेहा ने बताया कि स्कूल जाते समय किसी फौजी या फौज की गाड़ी को देख उसका भी मन देश सेवा में लगने लगा। निर्णय लिया इंटर के बाद से ही फौज की तैयारी करूंगी। साथ में पढ़ाई करती रहूंगी। इंटर में पास होने के बाद बीएससी के साथ-साथ डिफेंस की तैयारी करती रही। अग्निवीर भर्ती आते ही पेपर दिया जिसमे वह सफल हो गई। उसयने अग्निवीर के तहत नेवी में ओडिशा के चिल्का में इंडियन नेवी से सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट का 16 सप्ताह का प्रशिक्षण लिया है। ट्रेनिंग मार्च तक चली है। 28 मार्च के बाद वह देश की सेवा के लिए तैयार हो गई।
कानपुर में अकेली लड़की बनी अग्निवीर
छोटे से गांव घाघूखेड़ा की रहने वाली नेहा यादव मिसाल बन गई है। उसने पढ़ने के दौरान सेना में जाने का सपना देखा था। नेहा ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट जन शिक्षण इंटर कॉलेज प्रेमपुर से किया। बीएससी राधे कृष्ण मुन्नी देवी महाविद्यालय से किया। नेहा ने दौड़ने का कठोर अभ्यास कर अपने आप को किसी पुरुष से कम नहीं समझा। नेहा अपनी हेयर स्टाइल भी बॉय कट कटिंग में भी रखती थी। वो बेतहाशा मेहनत कर कानपुर जिले की पहली महिला अग्निवीर बनीं।
लड़कियों को दी सफलता की शिक्षा
नेहा का कहना है कि लड़कियां अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करें। अपने को कमजोर न समझें। सफलता मिले या न मिले हारना नहीं है। मैं अग्निवीर के तहत देश की सेवा करने के लिए निकली हूं। मेरे गांव की और लड़कियां आगे बढ़ें, देश की सेवा कर अपने माता-पिता व अपने गांव का नाम रोशन करें।