शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर घर पहुंची सेना, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़

Kanpur News: महाराजपुर के नौगवां स्थित पैतृक आवास पर शहीद के पार्थिव शरीर को देख पत्नी और माँ बार बार बेहोश हो रही थी। माँ बोलती रही जो आने वाला था घर वो इस दुनिया से ही चला गया।

Report :  Anup Pandey
Update:2024-06-25 14:40 IST

शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर घर पहुंची सेना (न्यूजट्रैक)

Kanpur News: फूलों से सजे वाहन में शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर सेना के जवान महाराजपुर स्थित घर पहुंचे।जहां पार्थिव शरीर को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।शहीद की यात्रा में वाहन के साथ ग्रामीण हाथों में तिरंगा लेकर शामिल हुए।शहीद शैलेन्द्र के अंतिम दर्शन करने को आस पास ग्रामीण भी आ गए।और पुलिस अधिकारियों के साथ प्रशासन भी मौजूद रहा।

छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद को हजारों लोगों ने नम आंखों से दी श्रद्दांजलि

महाराजपुर के नौगवां स्थित पैतृक आवास पर शहीद के पार्थिव शरीर को देख पत्नी और माँ बार बार बेहोश हो रही थी।माँ बोलती रही जो आने वाला था घर वो इस दुनिया से ही चला गया।माँ की सेवा को छोड़ देश सेवा में निछावर हो गया।माँ की बातों को सुन हर किसी के आंख में आंसू आ रहे थे।पत्नी कोमल का बुरा हाल था।रोते हुए पत्नी कहती रही जिसने आगे बढ़ने का हौसला दिया।और कुछ करने को हमे पढ़ने भेज दिया।और हर समय देश की सेवा की बात करता रहता था। छत्तीसगढ़ में रविवार को नक्सली हमले में कानपुर के नौगवां गौतम गांव निवासी शैलेंद्र कुमार शहीद हो गए थे।पार्थिव शरीर जैसे गांव पहुंचा, पूरा माहौल गमगीन हो गया है। पहले से ही लोग डटे हुए थे।लोगों ने तिरंगे के साथ शहीद की यात्रा निकाल भारत माता की जय के नारे लगाए।


सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

पार्थिव शरीर को देख स्वजन रो पड़े तो वहीं क्षेत्र की महिलाओं के आंख में आंसू आ गए। बहन भाई का पार्थिव शरीर देखने को जवानों से हाथ जोड़ती रही। और पार्थिव शरीर को देख बेहोश हो गई। और वहीं राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई। शैलेंद्र कुमार अमर रहे के नारों से पूरा स्थल गूंज उठा।जनप्रतिनिधियों समेत डीएम, एडीएम एफआर, एसडीएम व पुलिस के अधिकारियों द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गई।

सीएम ने दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर नगर निवासी सीआरपीएफ जवान शैलेंद्र को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। सीएम ने शहीद जवान के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार उनके साथ है। शहीद के परिवार को हर संभव मदद प्रदान की जाएगी। वहीं पचास लाख की आर्थिक सहायता के साथ गांव की एक सड़क शहीद के नाम से बनेगी।


यूट्यूब चैनल पर 16.9 हजार है फॉलोअर हैं

2018 में अपना अकाउंट यूट्यूब में बनाया था। कमांडो आदि और फिटनेस को दिखा युवाओं को जागरूक करते थे।वीडियो के जरिए सेना की वर्दी कितनी तरह की, घर मे घुसे आतंकवादी या हमलावर को कैसे मारते गई।उन्होंने चैनल में लगभग 95 वीडियो पोस्ट किए हैं। एसके तूफानी नाम के यूट्यूब चैनल पर 16.9 हजार फॉलोअर हैं।

चला गया घर का मुखिया

बेटे शैलेंद्र की शहीद की खबर जैसे ही मां को मिली। तो मां बिजला वहीं फफक कर रोने लगी, बूढ़ी मां की चीखें हर किसी के कलेजे को चीर दें रही थीं, मेरा लाल नहीं टुकड़ा नहीं परिवार का पालनहार मुखिया चला गया। पति के मौत के बाद उसने ही मेरे चेहरे पर हंसी दी थी, फिर छीन ली। कुछ सेवा में कमी रह गई होगी। जो मुझसे रूठ कर चला गया। लड़ लेता मुझसे लेकिन ऐसी सजा क्यों दी।ग्रामीण बताते हैं कि शैलेंद्र हमेशा समय के सदुपयोग करता था। वह कहता था। काम टालने की आदत नहीं होनी चाहिए।


3 माह पहले कोमल से हुई थी शादी

शैलेन्द्र के पिता की मौत 27 वर्ष पहले सड़क हादसे में हो गई थी।सचेंडी थाना क्षेत्र के पेट्टापुर गांव निवासी कोमल के साथ सात मार्च को विवाह हुआ था। शैलेंद्र के घर मे माता बिजला देवी व बड़े भाई नीरज अपनी पत्नी काजल के साथ रहते और एक बहन की शादी हो चुकी हैं। शैलेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था।शैलेंद्र के बड़े भाई सुशील की भी चार साल पहले सांप के काटने से मौत हो थी।शैलेंद्र ने बचपन से ही संघर्ष किया था।परिजनों ने बताया कि शैलेंद्र विवाह के समय ही घर आए थे। इसके बाद गुरुवार को अपनी मां से वायदा किया था।कि 10 से 15 दिन में वह गांव आ रहे हैं।

गार्ड आफ आनर के साथ हुआ अंतिम संस्कार

मंगलवार को शहीद जवान का पार्थिव शरीर जब उसके पैतृक गांव नौगवां गौतम पहुंचा तो बटालियन के पदाधिकारी सतपाल रावत आईजी सीआरपीएफ, एसपी सिंह डीआईजी सीआरपीएफ, राकेश कुमार सिंह जिलाधिकारी, श्रवण कुमार सिंह डीसीपी पूर्वी, राजेश कुमार एडीएम एफआर, ऋषभ वर्मा एसडीएम नरवल, पुलिस प्रशासनिक सहित अमिताभ बाजपेई विधायक, मो. हसन रूमी विधायक, मुनीन्द्र शुक्ला पूर्व विधायक, राकेश तिवारी प्रतिनिधि विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड आफ आनर दिया गया।


शहीद शैलेंद्र के घर आज एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, डीएम राकेश सिंह के साथ पहुंचे।जहाँ शहीद शैलेंद्र के परिजनों के लिए 50 लाख रुपए की मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव में ही शहीद के नाम पर सड़क बनाने की घोषणा सरकार की गई थी। चेक को देने के लिए मंत्री और डीएम पहुंचे थे और एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने पहले परिजनों को ढांढस बंधाया। मां बिजमा देवी को 15 लाख रुपए और पत्नी कोमल को 35 लाख रुपये का चेक सौंपा। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को योग्यता के मुताबिक सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।इस मौके पर जिलाधिकारी कानपुर राकेश कुमार सिंह, राज्य मंत्री अजीत पाल, सतपाल रावत आईजी सीआरपीएफ, एसपी सिंह डीआईजी सीआरपीएफ व सेना के अधिकारी समेत पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद रहे।

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