Kanpur: कार ने सड़क के किनारे बैठे तीन लोगों को रौंदा, तीनों की मौत
Kanpur: तीनों आस पास गांव के रहने वाले थे। लखनऊ-इटावा राजमार्ग रोड माखनपुरवा गांव में तीनों आम के पेड़ों के नीचे बैठ कर फसल की रखवाली कर रहे थे। तभी ककवन की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने अनियंत्रित होकर तीनों बुजुर्गों को रौंदते हुए गड्ढे में जाकर पलट गई।
Kanpur: कानपुर में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। तेज रफ्तार कार सवार ने रोड किनारे बैठे तीन बुजुर्गों को रौंद दिया। तीनों बुजुर्गों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार गढ्ढे में जाकर पलट गई। एक्सीडेंट के बाद ग्रामीणों की भीड़ लग गई। भाग रहे कार चालक को ग्रामीणों के पकड़के जमकर पीटा। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी मौके पर पहुंची स्थानीय थाने की फोर्स नें ड्राइवर को ग्रामीणों से छुड़ाकर थाने लेगए। नाराज ग्रामीणों तीनों शवों को बीच रोड पर रखके प्रदर्शन शुरू कर दिया। आलाधिकारियों ने हस्तक्षेप के बाद जाम खुलवा तीनों के शव को पोस्टमार्टम भेजा गया। यह पूरी घटना बिल्हौर थाना क्षेत्र के माखनपुर गांव ककवन रोड की है।
एक्सीडेंट में तीन बुजुर्गों की मौत
बिल्हौर कोतवाली क्षेत्र के टीकापुरवा के घसीटे(60) बड़े भाई सुरेंद्र सिंह(62) और माखनपुर गांव के अहिवरन सिंह(65) की मौत हो गई। तीनों आस पास गांव के रहने वाले थे। लखनऊ-इटावा राजमार्ग रोड माखनपुरवा गांव में तीनों आम के पेड़ों के नीचे बैठ कर फसल की रखवाली कर रहे थे। तभी ककवन की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार ने अनियंत्रित होकर तीनों बुजुर्गों को रौंदते हुए गड्ढे में जाकर पलट गई। दुर्घटना में तीनों बुजुर्गों की मौके पर ही मौत हो गई। कार का ड्रइवर भी घायल अवस्था में था। ग्रामीणों ने कार चालक को जम कर पीट रहे थे। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस नें ड्राइवर को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर अपनी गिरफ्त में ले लिए। प्रधान के भाई व पास गांव के रहने वाले परिजनों को सूचना दी गई।
फसल की रखवाली कर रहे थे तीनों बुजुर्ग
कार एक्सीडेंट में मारे गए तीन बुजुर्गों में से एक ग्राम प्रधान का भाई है। ग्राम प्रधान जय सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को उनके माखनपुरवा गांव के अहिबरन सिंह टीकापुरवा के घसीटे और उनके बड़े भाई सुरेंद्र सिंह सड़क किनारे लगे आम के पेड़ के छांव में फसल की रखवाली कर रहे थे।
तीनों में थी गहरी दोस्ती
ग्रामीणों ने बताया कि घर के जानवर हो,फसल या आम के बाग तीनों हमेशा अपना समय तय कर साथ देखने जाते थे। आज भी रोज की तरह दोपहर में निकले थे। लेकिन हादसा ऐसा हो जायेगा ये सोचा ही नहीं था। हादसे से गांव में सन्नाटा पसर गया।
ग्राम प्रधान ने बताया कि मेरे भाई व दो बुजुर्ग आम के पेड़ की छाव के नीचे बैठे खेती किसानी के विषय में बात कर रहे थे। तभी यह हादसा हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने काफी देर रोड जाम कर दिया था।