UP Politics: 'जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें', बोले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
UP Politics: उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, 'देश में शिक्षा को लेकर जागरूकता और बढ़ी है। नई नीति लागू हुई है। शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह पूरी ईमानदारी के साथ अपने काम करते रहें।'
Kanpur News: यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक शुक्रवार (19 जनवरी) को कानपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि, 'राम मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है। हर व्यक्ति को वहां दर्शन करने जाना है। जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें'।
अध्यापक अपना कार्य ईमानदारी से करें
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, 'देश में शिक्षा को लेकर जागरूकता और बढ़ी है। नई नीति लागू हुई है। शिक्षकों का कर्तव्य है कि वह पूरी ईमानदारी के साथ अपने काम करते रहें। युवाओं के सफल होने के पीछे सबसे पहले शिक्षक का हाथ होता है। किसी क्षेत्र में छात्र-छात्राएं अगर नाम रोशन कर करेंगी, तो उसमें शिक्षक की हिस्सेदारी अहम होती है।'
भगवान राम को 'पुरुषोत्तम राम' बनाने में गुरु का हाथ
राम को 'पुरुषोत्तम राम' बनाने में उनके गुरु का हाथ था। ये बातें आज विश्वविद्यालय के रानी लक्ष्मीबाई ऑडिटोरियम में महाविद्यालय/विश्वविद्यालय शिक्षकों के अखिल भारतीय संगठन AIFUCTO के वार्षिक अधिवेशन के दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कार्यक्रम के दौरान कही। बृजेश पाठक ने कहा कि, 'राम मंदिर का भव्य निर्माण हो रहा है। हर व्यक्ति को वहां दर्शन करने जाना है। जो व्यक्ति इस कार्य में विरोध कर रहे हैं, वो इसी होकर गुजरते हैं। लेकिन, इस कार्य में आगे नहीं आ रहे। उन्होंने कहा, जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं, भगवान उनको सद्बुद्धि दें। निमंत्रण भी पहुंचा स्वीकार करना भी उचित नहीं समझा।
आपके दुख जानता-समझता रहा हूं-एमएलसी अरुण पाठक
इस दौरान एमएलसी अरुण पाठक ने कहा, 'मैं स्वयं शिक्षक हूं। आपके दुख-दर्द को जानता-समझता रहा हूं। इसीलिए शिक्षक को यथासंभव उपलब्ध सीमित संसाधनों में शिक्षादान तथा चरित्र-निर्माण दोनों ही करना पड़ता है। शिक्षक के बिना युवा अधूरा, युवा बिना शिक्षक अधूरा रहता है।ऐसे अधिवेशनों के माध्यम से नीतियों और कार्यक्रमों से राष्ट्रीय जागरूकता का भाव प्रचारित करते हैं।
अधिवेशन 21 जनवरी तक चलेगा
संगठन के महामंत्री प्रो अरूण कुमार ने बताया कि, इस अधिवेशन का कार्यक्रम 19 से 21 जनवरी तक चलेगा, इसमें विभिन्न प्रदेशों के एक हजार से अधिक शिक्षक प्रतिनिधि सहभागिता करेंगे। 20 व 21 जनवरी के कार्यक्रम ब्रह्मानन्द कालेज में सम्पन्न होंगे।संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. फेसब भट्टाचार्य ने संगठन के इतिहास पर चर्चा करते हुए कहा कि 1962 में इस संगठन की नीव वाराणसी के उदय प्रताप कालेज में रखी गयी थी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. विवेक द्विवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय संगठन के अधिवेशन के आयोजन का दायित्व मिलना, कूटा और फुपुक्टा दोनों के लिए गर्व की बात है।
ये भी रहे मौजूद
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल यादव, UDC Director प्रो. आरके द्विवेदी, फुपुक्टा अध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान, महामंत्री प्रो. प्रदीप सिंह, कूटा अध्यक्ष प्रो. बीडी पाण्डेय, महामंत्री प्रो. अवधेश सिंह, कृपा अध्यक्ष प्रो. अनूप सिंह, महामंत्री प्रो. बीके कटिUP Politics: 'जो लोग राम मंदिर का विरोध कर रहे, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें', बोले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठकयार उपस्थित रहे।