Kanpur News: कानपुर में देसी शराब का जलवा, अंग्रेजी शराब को पछाड़ा, 13.50 करोड़ की बिक्री
Kanpur News: आंकड़ों के अनुसार, शहर के ग्रामीण इलाकों और मध्यम आय वर्ग के लोगों ने देसी शराब को प्राथमिकता दी। इसका प्रमुख कारण इसकी किफायती कीमत और आसान उपलब्धता है।
Kanpur News: नववर्ष का जश्न इस बार कानपुरवासियों के लिए यादगार बन गया, खासकर शराब की बिक्री के मामले में। जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर की रात शहर में 13.50 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई। यह आंकड़ा बीते साल की तुलना में काफी ज्यादा है और एक नया रिकॉर्ड कायम करता है।
सबसे अधिक खपत देसी शराब की रही, जिसकी बिक्री 8 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इसका मुख्य कारण सस्ती दर और ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी व्यापक उपलब्धता है। दूसरी ओर, अंग्रेजी शराब की खपत अपेक्षाकृत कम रही और यह 5 करोड़ रुपये तक ही सीमित रही। शहरी क्षेत्रों में इसके उपभोक्ताओं की संख्या अधिक है, लेकिन इसकी ऊंची कीमत इसे सीमित कर देती है। बियर, जो आमतौर पर युवाओं और पार्टी करने वालों की पसंदीदा है, ने 50 लाख रुपये की बिक्री दर्ज की। इसकी लोकप्रियता बढ़ने का कारण हल्का स्वाद और विशेष अवसरों पर इसका उपयोग है।
ग्रामीण क्षेत्रों में देसी शराब की मांग
आंकड़ों के अनुसार, शहर के ग्रामीण इलाकों और मध्यम आय वर्ग के लोगों ने देसी शराब को प्राथमिकता दी। इसका प्रमुख कारण इसकी किफायती कीमत और आसान उपलब्धता है। अंग्रेजी शराब की तुलना में देसी शराब अधिक खरीदी गई, जिससे यह साफ है कि निम्न और मध्यम वर्गीय लोगों ने अपनी जेब के अनुकूल विकल्प को चुना।
बियर की लोकप्रियता बढ़ी
नववर्ष की पार्टियों में बियर का भी खासा योगदान रहा। युवाओं के बीच बियर की खपत में इजाफा देखा गया। सर्द मौसम होने के बावजूद बियर की मांग ने संकेत दिया कि पार्टी कल्चर धीरे-धीरे शहर में जोर पकड़ रहा है।शराब की इस रिकॉर्डतोड़ बिक्री ने यह साबित कर दिया कि नववर्ष का जश्न कानपुर में हर वर्ग के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। हर साल की तरह, इस बार भी लोग नए साल का स्वागत करने के लिए जोश और उत्साह से भरे नजर आए। पार्टी और समारोहों में शराब की खपत में जबरदस्त वृद्धि देखी गई, जिससे बाजार में बिक्री के नए रिकॉर्ड बने। इस उत्सव में युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।