Kanpur News: पॉलिसी भुगतान के नाम पर 90 लाख की धोखाधड़ी, दो गिरफ्तार
Kanpur News: साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा थाना चकेरी पर पंजीकृत मुकदमा व 66 डी आईटी एक्ट वादी के साथ बीमा की पॉलिसी के भुगतान के नाम पर लगभग 90 लाख रूपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 2 अभियुक्त को गिरफ्तार
Kanpur News: कानपुर जिले के चकेरी थाना क्षेत्र में बीते वर्ष मार्च माह में इंश्योरेंस कर्मचारी के साथ भुगतान के नाम पर 90 लाख की धोखाधड़ी हो गई थी। पीड़ित ने अपनी शिकायत थाने से सीएम तक की थी। जून 2023 में मुकदमा दर्ज़ होने के बाद साइबर सेल की मदद से पुलिस ने एक वर्ष बाद धोखाधड़ी के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
साइबर टीम को मिली सफलता
साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा थाना चकेरी पर पंजीकृत मुकदमा व 66 डी आईटी एक्ट वादी के साथ बीमा की पॉलिसी के भुगतान के नाम पर लगभग 90 लाख रूपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 2 अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। पुलिस पूछताछ में इन्होंने अपराध करने का तरीका बताया कि पीड़ित को उसकी बंद पड़ी बीमा पॉलिसी का आसान व अत्यधिक लाभ से भुगतान कराने का लालच देकर फोन किया गया। जिसके बाद बीमा की पॉलिसी का भुगतान कराने के लिए तरह तरह से सेवा शुल्क / फाइल चार्ज आदि के नाम पर लगभग 90 लाख रूपए की धोखाधड़ी कर ली। पुलिस ने दोनों आरोपियों जिसमें चंकी पुत्र मदनलाल निवासी 234 सेक्टर -12 विजय नगर गाजियाबाद दुसरा पंकज अग्रवाल पुत्र काली चरन निवासी एसएचए-328 जीडीए शास्त्री नगर गाजियाबाद से गिरफ्तार किया।
क्या था पूरा मामला
पीड़ित अजय कुमार अग्निहोत्री जो नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी के स्थाई कर्मचारी हैं और श्याम नगर के निवासी है। पीड़ित ने बताया कि रिलायन्स लाईफ इन्श्योरेंस कम्पनी में वर्ष 2011 में एक पॉलिसी रूपए 30,000 की ली थी। जिसकी किश्तें लगातार अदा करता रहा। काफ़ी समय बाद उक्त के एवज में भुगतान की माँग की। लेकिन कोई धोखा नहीं हुआ था। लेकिन मार्च माह 2023 में अलग अलग चार नंबरों से फोन आए। पीड़ित के मोबाइल नंबर गलत आईडी लेकर नाजायज दबाव व प्रभाव बनाकर धन उगाही कर प्रार्थी का रुपया काफी बार हड़प लिया है। जिसका कोई सही उत्तर नहीं दे रहे हैं। फिर पुनः लगातार रुपया 1,50,000 की माँग कर धमकी व डरा रहे थे। आरोपियों ने कहा कि 31 मार्च से पूर्व 1,50,000 आप हमें नेफ्ट से नहीं भेजते हो तो आपकी फाइल बन्द व समाप्त कर दी जायेगी। और आपका पूरा जमा धन जो करीब 90,00,000 हो चुका है जब्त हो जायेगा। जिसकी हम लोगों की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। इसके बाद ये घटना घटी।