Kanpur News: 'अपनी सेहत का रखें ख्याल' शब्द बोलते ही बेहोश हुए IIT कानपुर के वैज्ञानिक और मौत

Kanpur News: प्रोफेसर समीर खांडेकर एल्युमिनाई मीट में अच्छी सेहत के विषय में बात कर रहे थे। संबोधन के दौरान उनके आखिरी शब्द थे कि अपनी सेहत का ध्यान रखो और यह कहते ही उन्हें अचानक दर्द हुआ और कुछ देर बाद वह बैठ गए।

Report :  Anup Pandey
Update:2023-12-23 14:10 IST

Prof. Sameer Khandekar (Social Media)

Kanpur News: उत्तर प्रदेश स्थित कानपुर में आईआईटी कैंपस में एल्युमिनाई मीट को संबोधित करते समय वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर समीर खांडेकर का निधन हो गया। प्रोफेसर समीर खांडेकर एल्युमिनाई मीट में अच्छी सेहत के विषय में बात कर रहे थे। संबोधन के दौरान उनके आखिरी शब्द थे कि अपनी सेहत का ध्यान रखो और यह कहते ही उन्हें अचानक दर्द हुआ और कुछ देर बाद वह बैठ गए। उनका चेहरा पसीना-पसीना हो गया और प्रोफेसर वहीं बेहोश हो गए। आनन-फानन में कॉर्डियोलाजी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 

अचानक मौत से सब स्तब्ध

आईआईटी के प्रोफसरों के अनुसार अचानक उनकी मौत की खबर ने सभी को चौंका दिया। सबको हंसाने वाले सबकी सेहत का ध्यान रखने वाले प्रो.समीर खांडेकर के पास डीन आफ स्टूडेंट अफेयर की भी जिम्मेदारी थी। प्रो.समीर खांडेकर के निधन पर आईआईटी के कई वरिष्ठ प्रोफेसरों संग केंद्र सरकार के सचिव व पूर्व निदेशक प्रो.अभय करंदीकर ने भी दु:ख जताया।

खेल खेल में बता देते थे प्रयोगों की विधि

प्रो.समीर खांडेकर आईआईटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े थे और सपरिवार आईआईटी कानपुर कैम्पस में रहते थे। आईआईटी पूर्व प्रोफेसर एचसी वर्मा द्वारा एक शिक्षा सोपान आश्रम का संचालन किया जाता है। कुछ दिनों पहले हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने छात्रों को विज्ञान के प्रयोगों की जानकारी खेल-खेल में दी थी। वहीं डॉक्टरों ने कहा कि सर्दी में बच कर रहे। लगातार हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सभी लोगों को समय-समय पर अपने दिल की जांच जरूर करा लेनी चाहिए।

सेहत की कर रहे थे बात और पड़ गया अटैक

प्रो. खांडेकर मंच से संबोधित करते हुए सेहत का ध्यान देने के लिए कहा। प्रो. खांडेकर को 2019 में कोलेस्ट्राल की परेशानी हुई थी। उनकी दवाइयां चल रहीं थीं। प्रो. समीर खांडेकर के बेटे प्रवाह अभी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे हैं। उनके लौटने पर ही प्रो. समीर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी उनका शव संस्थान के हेल्थ सेंटर में रखा गया है। वह आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र भी थे। प्रो. खांडेकर के नाम पर आठ पेटेंट भी हैं।

10 नवंबर 1971 को जबलपुर में जन्मे प्रो. समीर ने 2000 में आईआईटी कानपुर से बीटेक और जर्मनी ने 2004 में पीएचडी किया है। इसके बाद 2004 में आईआईटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर ज्वाइन किया था। 2009 में एसोसिएट प्रोफेसर, 2014 से प्रोफेसर, 2020 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष बने। 2023 में उनको डीन ऑफ स्टूडेंट अफेयर पद की जिम्मेदारी मिली। प्रो.समीर मूलरूप से जबलपुर के रहने वाले थे।

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