Kanpur News: उच्च शिक्षा के नए आयाम नेपाल के साथ स्थापित करेगा कानपुर युनिवर्सिटी

Kanpur News: नेपाल की काठमांडू यूनिवर्सिटी में दिनांक 15 से 17 फरवरी के दौरान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। शिखर सम्मेलन का आयोजन काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल तथा एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।

Report :  Anup Pandey
Update: 2024-02-15 15:05 GMT

उच्च शिक्षा के नए आयाम नेपाल के साथ स्थापित करेगा कानपुर युनिवर्सिटी: Photo- Social Media

Kanpur News: नेपाल की काठमांडू यूनिवर्सिटी में दिनांक 15 से 17 फरवरी के दौरान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। शिखर सम्मेलन का आयोजन काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल तथा एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है। आयोजन में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के उपाध्यक्ष एवं छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है।

भारत नेपाल उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन

नेपाल की राजधानी काठमांडू में हो रहे भारत नेपाल उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन में सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालयों की भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा की। सम्मेलन के अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रोफेसर पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीयकरण के क्रम में विश्वविद्यालय की तरफ से भी अंतरराष्ट्रीय मेधावी छात्रों के लिए हर संभव बेहतर शैक्षिक सुविधाएं, वातावरण प्रदान किया जाएगा।

15 से 17 फरवरी आयोजित हो रहा सम्मेलन

शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं अनुसंधान के प्रगाढ़ सम्बन्धों के साथ सीएसजेएमयू नेपाल के साथ उच्च शिक्षा के नए आयाम स्थापित करने की दिशा में कार्य करेगा। उन्होने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति के तहत अनेक पाठ्यक्रमों में नेपाल के छात्र-छात्राएं शिक्षित होकर रोजगार के नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं।

नेपाल की काठमांडू यूनिवर्सिटी में दिनांक 15 से 17 फरवरी के दौरान यह आयोजन किया जा रहा है। उक्त शिखर सम्मेलन का आयोजन काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल तथा एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है।


एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के उपाध्यक्ष एवं छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ नेपाल के प्रधानमंत्री श्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, AIU की महासचिव professor Pankaj Mittal छत्रपति शाहूजी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक एवं कुल सचिव डॉ अनिल यादव तथा अन्य कई विश्वविद्यालय के कुलपतियों एवं नेपाल के कई सांसदों की उपस्थिति में हुआ।

भारतीय शिक्षण संस्थानों की तरफ से अध्यक्षीय भाषण देते हुए प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि भारत नेपाल हमेशा से ही सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं शैक्षिक साझेदार रहे हैं और आज भी भारत के एवं नेपाल के संस्थान मिलकर छात्र हित में आधुनिक शिक्षा के बेहतर अवसर प्रदान कर सकते हैं एवं छात्र-छात्राओं को न केवल रोजगार अपितु वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल के एक लाख से ज्यादा छात्र दुनिया के विभिन्न संस्थाओं में पढ़ने के लिए जाते हैं अगर वे आज के तेजी से बदलते हुए भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेने तो भारत की नई शिक्षा नीति के तहत अनेक पाठ्यक्रमों में शिक्षित होकर रोजगार के नए-नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं और नेपाल के उत्थान के लिए योगदान कर सकते हैं।

शिखर सम्मेलन के प्रथम दिन यानी 15 फरवरी को नॉर्थ जोन वाइस चांसलर सम्मिट का आयोजन किया गया । उपरोक्त समिति में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए विश्वविद्यालय कुल सचिव डॉ अनिल यादव अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रकोष्ठ से एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर प्रभात द्विवेदी एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव मिश्रा शिखर सम्मेलन में प्रतिभाग कर रहे हैं।

कुलसचिव डॉक्टर अनिल यादव ने कहा के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों में नेपाल के छात्रों को वरीयता दी जाएगी और फीस में भी छूट दी जाएगी माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीयकरण के क्रम में सरकार की तरफ से भी अंतरराष्ट्रीय मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के बारे में प्रस्तुतिकरण के दौरान डॉक्टर प्रभात द्विवेदी ने कहा की विश्वविद्यालय एक भव्य परिसर में समस्त सुविधाओं के साथ लगभग 10000 पूर्णकालिक छात्र छात्रों हेतु शैक्षणिक एवं अकादमी गतिविधियां संचालित कर रहा है और तेजी से अंतर्राष्ट्रीय कारण की दिशा में अग्रसर है। नेपाल एक पड़ोसी देश होने के कारण नेपाल के छात्र विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में पंजीकरण प्राप्त कर एक बेहतरीन शिक्षा प्राप्त कर सकते है।

1200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया

विश्वविद्यालय की प्लेसमेंट सेल द्वारा बेहतरीन रोजगार के अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं संस्थान के माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक एवं कुलसचिव डॉक्टर अनिल यादव की तरफ से हर तरह की सुविधा विशेष तौर से नेपाल के छात्रों को प्रदान की जाएगी। डॉ राजीव मिश्रा के अनुसार नेपाल के छात्रों का भारतीय विश्वविद्यालय के प्रति रुझान को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है की आने वाले समय में विश्वविद्यालय में नेपाल के कई छात्रों का आगमन होगा। शिखर सम्मेलन के पहले दिन 50 से अधिक विश्वविद्यालय एवं संस्थाओं के शीर्ष नेतृत्व एवं प्रतिनिधि मंडल तथा 1200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

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