Kanpur: गंगा में डूबे आदित्यवर्धन सिंह का पांचवे दिन भी नहीं मिला कोई सुराग, सामने आई आखिरी पल की तस्वीर
Aditya Vardhan Singh drowned in Ganga: बीते लगातार चार दिनों की तरह पांचवे दिन बुधवार को भी एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीमें गंगा नदी में उतरकर आदित्यवर्धन सिंह को पूरे दिन खोजती रहीं, लेकिन उनका आज भी कोई सुराग नहीं मिला और टीमों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
Aditya Vardhan Singh drowned in Ganga: गंगा के किनारे बसा शहर कानुपर इस वक्त मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय हुआ है। उसकी यह चर्चा नानामऊ घाट हुए उस हादसे की वजह से हो रही है, जिसने भी यह हादसा टीवी न्यूज में देखा और न्यूज पेपर में पढ़ा, वह हदप्रभ रह गया। इस हादसे में गंगा की लहर में जो व्यक्ति लापात हुआ है, वह खुद अधिकारी होने के साथ वह एक बेहद पढ़ी लिखी फैमली आता है, जोकि परिवार के कई लोग बड़े पदों पर बैठे हैं। दरअसल, कानपुर के नानामऊ घाट में आज से पांच पहले यूपी के स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्यवर्धन सिंह गंगा नदी में डूब गए थे। उफनाई गंगा में अभी तक आदित्यवर्धन सिंह का कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी खोजबीन के लिए एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ कानपुर प्रशासन भी लगा हुआ है, मगर गंगा में डूबे हुए डिप्टी डायरेक्टर सिंह का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
आज भी खाली हाथ लौटी टीमें, नहीं मिला सिंह का कोई सुराग
बीते लगातार चार दिनों की तरह पांचवे दिन बुधवार को भी एनडीआरफ और एसडीआरएफ की टीमें गंगा नदी में उतरकर आदित्यवर्धन सिंह को पूरे दिन खोजती रहीं, लेकिन उनका आज भी कोई सुराग नहीं मिला और दोनों टीमों को खाली हाथ लौटना पड़ा। अब गुरुवार को ये टीमें फिर उन्हें खोजने के लिए उतरेगी। हालांकि आदित्यवर्धन सिंह को खोजने के लिए पीएससी की मोटर बोट गंगा में गश्त कर रही, मगर दिन ढलते ही वो भी बंद हो जाएगा। इस बीच, आदित्यवर्धन सिंह की एक फोटो सामने आई है, यह उनकी आखिरी फोटो बताई जा रही है, जब वह डूबने से पहले गंगा में नहा रहे थे।
सामने आई उनकी आखिरी पल की तस्वीर
आदित्य वर्धन सिंह की जो आखिरी फोटो सामने आए है, उसको उनके दोस्त प्रदीप तिवारी ने बाहर से खींचता था। आदित्य वर्धन सिंह अपने दोस्तों के संग योगेश मिश्रा और प्रदीप तिवारी के साथ नहाने के लिए नानामऊ घाट पर गए थे। वह लखनऊ से उन्नाव अपने गांव के लिए निकले थे, मगर उससे पहले वह गंगा नहाने के लिए नानामऊ घाट पहुंच गए, जहां वे गंगा में डूब गए और तब से उनका कोई पता नहीं चल पाया है। आदित्य वर्धन सिंह के गंगा में डूबने की खबर के बाद से उनके घर में कोहराम मचा है। पत्नी सहित परिवार के सहित सदस्य उनकी सलामती की दुआं कर रहे हैं।
50 किलोमीटर क्षेत्र में तलाश जारी
पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बीते पांच दिनों से गंगा के 50 किलोमीटर क्षेत्र में आदित्य वर्धन सिंह की तलाशी कर रही हैं। दर्जनों स्टीमर बोट्स, ड्रोन कैमरे झाड़ियों और गंगा बैराज के इलाकों में तलाशी में लगी हैं, लेकिन अब तक कोई उनका सुराग नहीं मिला है। पुलिस मानना है कि कि बॉडी झाड़ियों में फंसी हो सकती है और सतह पर आने पर ही पता चलेगी। एडीसीपी बृजेश द्विवेदी ने आश्वासन दिया कि पुलिस कोशिशों में जुटी है और जल्द ही उनकी तलाश पूरी होगी।