Kanpur News: मोबाइल एप से करते थे बेराजगारों से ठगी, चंद महीनों में जुटाए करोड़ों, ऐसे खुली पोल, पुलिस ने दबोचा

Kanpur News: सोशल मीडिया और टेलीग्राम के माध्यम से ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कई दिनों से इस नेटवर्क को तलाश रही थी और विज्ञापन देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को जबलपुर से अरेस्ट कर लिया गया।

Update:2023-06-26 18:44 IST
मोबाइल एप से करते थे बेराजगारों से ठगी, पुलिस ने किया गिरफ्तार: Photo- Newstrack

Kanpur News: सोशल मीडिया और टेलीग्राम के माध्यम से ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कई दिनों से इस नेटवर्क को तलाश रही थी और विज्ञापन देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को जबलपुर से अरेस्ट कर लिया गया। शातिर ने कानपुर के सिविल लाइंस निवासी युवक को नौकरी का झांसा देकर 6.46 लाख रुपए ठगे थे। यहीं से उसकी करतूतों से पर्दा उठना शुरू हो गया।

पूरे देश में बनाता था लोगों को ठगी का शिकार

पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि शातिर ने जबलपुर में बैठकर पूरे देश में ठगी का नेटवर्क फैला रखा है। उसकी पत्नी और रिश्तेदार समेत कई लोग ठगी में शामिल हैं। उसके तीन बैंक अकाउंट में चंद महीने में 7 करोड़ का ट्रांजेक्शन मिला है। यह सब ठगी की रकम है, जो उसकी खाते में आई थी, इसका पूरा खुलासा कानपुर क्राइम ब्रांच ने किया।

लाखों का लालच देकर युवाओं से खाते में जमा कराता था रकम

एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपित कानपुर नगर में भी युवाओं को लाखों का लालच देकर खाते में रकम जमा कराता था। ठगी का शिकार हुए सिविल लाइन्स कोतवाली कानपुर नगर निवासी नितिन राठी द्वारा ऑनलाइन साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि उसके साथ कुछ लोगों ने टेलीग्राम एप के माध्यम से संपर्क किया। एक ऑनलाइन विज्ञापन कंपनी में ऑनलाइन पार्ट या फुल टाइम कार्य करने का ऑफर दिया। एक बेबसाइट पर लॉग-इन करके काम करने के लिए कहा गया। कुछ दिन काम करने के बाद ठगों ने नौकरी ज्वाइनिंग के बाद आई-डी बनाने व काम करने के नाम पर 10 हजार, फिर 19265 रुपए का इन्वेस्टमेंट कराया। कुछ दिनों होने के बाद कार्य पूरा कह लगभग 4500 रुपए रिफन्ड दिए गए।

अलग-अलग टास्क दे हड़पे 6.46 लाख

ठगों का शिकार बने युवक ने बताया कि बाद में उसे अलग-अलग टास्क देकर उससे कुल 6.46 लाख रुपए अलग-अलग बैंक खातों जमा करा लिए गए। इतना पैसा देने के बाद भी पैसों की मांग करने पर नितिन को ठगी का एहसास हुआ। तब इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की और एफआईआर दर्ज कराई। साइबर सेल ने जांच करके टीम को लगा दिया। ठगी करने वाले गैंग के सरगना श्रद्धा कालोनी साकेत नगर उखरी रोड थाना कोतवाली जबलपुर निवासी संदीप शर्मा को पकड़ लिया गया और गैंग में शामिल उसकी पत्नी, और अन्य लोगों की तलाश की जा रही हैं।

करोड़ों रुपए की ठगी सामने आने की उम्मीद

बताया जा रहा है कि शातिर ठग संदीप शर्मा के तीन अकाउंट थे। जिसकी जांच की गई तो उसमें 9 लाख रुपए जमा था। वहीं खातों के ट्रांजेक्शन चेक किए गए तो 2 महीने में 7 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ था। संदीप ने क्राइम ब्रांच को बताया कि यह सब ठगी की रकम है। इसी तरह से देश भर के युवाओं को नौकरी का झांसा देकर करोड़ों की ठगी की है। क्राइम ब्रांच ने पूछा कि कौन-कौन शामिल है, तो बताया कि उसकी पत्नी, साढ़ू समेत गैंग में अन्य लोग शामिल हैं, जो उसका साथ देते थे। क्राइम ब्रांच अब उनकी तलाश में जुट गई हैं

चाइना तक जुड़े हैं ठगी के तार

एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि चाइना में बैठे शातिर ठगों ने ठगी का अपना तरीका बदला है। जिसमे उसने कई गैंग बनाएं हैं। उसी गैंग से जुड़ा हुआ यह गैंग भी है। चाइना में बैठे मास्टर माइंड ही फ्रेंचाइजी देकर लोगों को खाता खुलवाने से लेकर फर्म खुलवाते हैं। मोटे कमीशन का लालच देकर उनसे नौकरी के नाम पर ठगी कराते हैं। पकड़े गए आरोपी से अभी और जानकारी हासिल होगी, उनका एक बड़ा नेटवर्क जल्द ही पकड़ा जाएगा।

Tags:    

Similar News